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#DilipKumar: दिलीप कुमार को थी फुटबॉल से बेइंतहा मोहब्बत, भारतीय फुटबॉल के दिग्गजों ने कुछ इस तरह किया याद

#DilipKumar: दिलीप कुमार को थी फुटबॉल से बेइंतहा मोहब्बत, भारतीय फुटबॉल के दिग्गजों ने कुछ इस तरह किया याद

#DilipKumar: दिलीप कुमार को थी फुटबॉल से बेइंतहा मोहब्बत, ब्लू टाइगर्स के दिग्गजों ने कही ये बात
#DilipKumar: दिलीप कुमार को थी फुटबॉल से बेइंतहा मोहब्बत, भारतीय फुटबॉल के दिग्गजों ने कुछ इस तरह किया याद: देशभर के लोगों की आंखें आज एक बेहद दुखद खबर के साथ खुली। बॉलीवुड के प्रसिद्ध अभिनेता दिलीप कुमार (Dilip Kumar) का आज 98 साल की उम्र में देहांत हो गया। इस खबर से न सिर्फ […]

#DilipKumar: दिलीप कुमार को थी फुटबॉल से बेइंतहा मोहब्बत, भारतीय फुटबॉल के दिग्गजों ने कुछ इस तरह किया याद: देशभर के लोगों की आंखें आज एक बेहद दुखद खबर के साथ खुली। बॉलीवुड के प्रसिद्ध अभिनेता दिलीप कुमार (Dilip Kumar) का आज 98 साल की उम्र में देहांत हो गया। इस खबर से न सिर्फ फिल्मी जगत, बल्कि देशभर के तमाम लोगों की आंखें भर आई। बता दें कि दिलीप कुमार ने आज बॉम्बे हॉस्पिटल में अपनी आखिरी सांसें ली।

दिलीप कुमार (Dilip Kumar) के मौत की खबर ने खेल जगत को भी काफी प्रभावित किया। भारतीय फुटबॉल जगत ने बताया कि दिलीप कुमार को फुटबॉल में काफी दिलचस्पी थी। वो अक्सर स्टैंड से ही मैच का आनंद भी लिया करते थे।

भारत के पूर्व डिफेंडर सुब्रत भट्टाचार्य ने कहा कि “दिलीप कुमार फुटबॉल को काफी पसंद किया करते थे। मैदान में वो जब भी चीफ गेस्ट के रूप में आते थे, किसी और को बोलने का मौका तक नहीं देते थे। मेरे साथ भी कई बार उनकी मुलाकात हुई थी, जिसमें वो गेम के बारे में काफी बातें किया करते थे।”

सुब्रत भट्टाचार्य ने आगे कहा कि “जब मैं बॉम्बे में था, तो उनसे मिलने के लिए नटराज स्टूडियो भी गया था। जब मैं पहली बार वहां गया तो दिलीप कुमार मेरे पास आए और उन्होंने कहा कि ऐसे क्यों खड़ा है? फिर वो मुझे लेकर डायरेक्टर के पास गए और कहा कि ये बड़ा प्लेयर है। इसे बैठने दो। वो वास्तव में दिल के बहुत साफ थे। वो सिर्फ अच्छे एक्टर नहीं, बल्कि एक बेहतरीन इंसान भी थे। आज भारत ने एक नायाब मोती खो दिया है।”

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1970 के एशियन गेम्स में कांस्य पदक जीतने वाली भारतीय फुटबॉल टीम में शामिल सुभाष भौमिक ने भी दिलीप कुमार की काफी तारीफ की। दिलीप कुमार के कई फिल्मों में से उन्हें मुगल-ए-आजम और गंगा-जमुना ने काफी ज्यादा प्रभावित किया। उन्होंने कहा, “जब दिलीप कुमार हमारे मैच देखने आते थे, तो ये हमारे लिए काफी गर्व की बात होती थी। सिर्फ क्लब मैच नहीं, बल्कि नेशनल मैच के भी वो काफी बड़े फैन थे। वो फिल्मी जगत के लिए एक सच्चे सुपरहीरो थे।”

1984 के एफसी एशियन गेम में भारत का प्रतिनिधित्व करने वाले ब्लू टाइगर्स के पूर्व कप्तान प्रशांता बनर्जी ने भी दिलीप कुमार को काफी याद किया। उन्होंने कहा, “दिलीप कुमार से मैं पहली बार बॉम्बे के रोवर्स कप में मिला था, जब वो 1980 के फाइनल में चीफ गेस्ट बनकर आए थे। उस वक्त उनसे मुझे बात करने का भी मौका मिला था और तब पता लगा कि वो मुझे मेरे नाम से जानते हैं। ये मेरे लिए काफी गर्व की बात थी।”

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