Hardik Pandya की कप्तानी में मुंबई इंडियंस की एक और हार ने उसे प्लेऑफ की रेस से आधिकारिक तौर पर बाहर कर दिया। शुक्रवार को हुए मैच में केकेआर ने मुंबई इंडियंस पर ऐतिहासिक जीत दर्ज की, 2012 के बाद ये केकेआर की वानखेड़े पर पहली जीत है। हार्दिक पांड्या ने साझेदारी नहीं बनने को हार की एक बड़ी वजह बताया।
हार्दिक पांड्या ने मैच के बाद कहा, “जाहिर तौर पर हमारे बल्लेबाज साझेदारियां नहीं बना सके और विकेट गवाते गए। ऐसे कई सवाल हैं जिनका जवाब देने में समय लगेगा। लेकिन अभी ज्यादा कुछ नहीं कहा जा सकता।”
पांड्या ने आगे कहा, “गेंदबाजों ने इस ट्रैक पर शानदार काम किया। विकेट बेहतर होता गया, अगर मैं गलत नहीं हूं। ओस दूसरी पारी में आई थी। देखूंगा कि हम क्या बेहतर कर सकते हैं। आप लड़ते रहें, मैं खुद से यही कहता रहता हूं कि यह चुनौतीपूर्ण है, लेकिन आप चुनौतियां स्वीकार करते हैं।”
फ्लॉप हुए मुंबई इंडियंस के बल्लेबाज
टॉस जीतकर मुंबई इंडियंस ने पहले गेंदबाजी चुनी थी। गेंदबाजों के शानदार दम पर मुंबई इंडियंस ने कोलकाता को 169 पर ढेर कर दिया था। नुवान तुषार और जसप्रीत बुमराह ने 3-3 विकेट चटकाए। केकेआर के लिए वेंकटेश अय्यर ने 70 और मनीष पांडेय ने 42 रनों की पारी खेलकर टीम को अच्छे स्कोर तक पहुंचाया।
लक्ष्य का पीछा करते हुए रोहित शर्मा से पहले ईशान किशन (13) और नमन धीर (11) आउट हुए, उसके बाद रोहित भी 11 रन बनाकर पवेलियन लौट गए। मुंबई के लिए सबसे अधिक रन सूर्यकुमार यादव ने बनाए, उन्होंने 35 गेंदों में 56 रन बनाए। कप्तान हार्दिक पांड्या का भी फ्लॉप शो जारी रहा, वह 1 रन बनाकर आउट हुए। केकेआर ने 24 रनों से इस मैच को जीत लिया।