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7 साल की उम्र में माही से प्रेरित हो कर शुरू किया था क्रिकेट, अब Moksh Murgai ने हासिल की बड़ी उपलब्धियां

7 साल की उम्र में माही से प्रेरित हो कर शुरू किया था क्रिकेट, अब Moksh Murgai ने हासिल की बड़ी उपलब्धियां

7 साल की उम्र में माही से प्रेरित हो कर शुरू किया था क्रिकेट, अब Moksh Murgai ने हासिल की बड़ी उपलब्धियां
7 साल की उम्र में माही से प्रेरित हो कर शुरू किया था क्रिकेट, अब Moksh Murgai ने हासिल की बड़ी उपलब्धियां : भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान और दुनिया के सबसे सफल कप्तान कहे जाने वाले एमएस धोनी ने कई युवाओं को क्रिकेट खेलने के लिए प्रेरित किया है. दिल्ली के लिए क्रिकेट […]

7 साल की उम्र में माही से प्रेरित हो कर शुरू किया था क्रिकेट, अब Moksh Murgai ने हासिल की बड़ी उपलब्धियां : भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान और दुनिया के सबसे सफल कप्तान कहे जाने वाले एमएस धोनी ने कई युवाओं को क्रिकेट खेलने के लिए प्रेरित किया है. दिल्ली के लिए क्रिकेट खेलने वाले मोक्ष मुरगई भी उन्हीं युवाओं में से एक हैं. माही के हेलीकॉप्टर शॉट ने मोक्ष को सात साल की उम्र में ही दीवाना बना दिया था. 21 वर्षीय मोक्ष मुरगई जो एक दाएं हाथ के बल्लेबाज हैं, जिन्होंने दिल्ली के लिए अलग-अलग श्रेणियों में खेला है जैसे सब-जूनियर, जूनियर और सीनियर. उन्होंने इंटरजोनल और जोनल स्तर पर भी क्रिकेट खेला है. वे रणजी ट्रॉफी में रेलवेज और अंडर-23 के कैंप का भी हिस्सा रहे थे. ये खिलाड़ी दिल्ली यूनिवर्सिटी के छात्र भी है साथ ही वो DUSU (दिल्ली विश्वविद्यालय छात्र संघ) 2019-20 के खेल अध्यक्ष हैं.

मोक्ष के क्रिकेट करियर के बारे में बात करें तो उन्होंने हर मैच में बेहतरीन खेला है. बीते सीजन उन्होंने 1200 रन बनाए थे. साल 2018 डीडीसीए लीग में भी उन्होंने 850 रन बनाए थे और बतौर ऑफ स्पिनर उन्होंने 20 विकेट भी चटकाए थे. मोक्ष ने 30 से ज्यादा शतक और 50 से ज्यादा अर्धशतक भी अपने नाम किए हैं. उनकी इस मेहनत के फलस्वरूप उनको साल 2019-20 के लिए एसएच स्पोर्ट्स, मेरठ से एक स्पॉन्सर मिला.

बहुत कम ही खिलाड़ी ऐसे हैं जिन्होंने इतनी कम उम्र से क्रिकेट खेलना शुरू किया और मोक्ष उन्हीं मे से एक हैं. उनके 13 साल के क्रिकेट करियर में उन्होंने 2018 में लखनऊ में भारत को भी रीप्रेजेंट किया है.

हालांकि मोक्ष का ये सफल इतना भी आसान नहीं था, वे बाक इंजरी से भी जूझ चुके हैं. साल 2019 में इंजरी के बाद वे तीन महीने तक के लिए क्रिकेट से दूर हो गए थे लेकिन जब उन्होंने वापसी की तो सभी उनके प्रदर्शन से प्रभावित हुए. मोक्ष का मानना है कि उनके माता-पिता ने उनपर बहुत विश्वास जताया जिस कारण उन्होंने उपलब्धियां हासिल की हैं. वे अपने कोच का भी शुक्रिया अदा करते हैं. मोक्ष का कहना है कि किसी भी इंसान को अपने लक्ष्य का पीछा नहीं छोड़ना चाहिए, उम्मीद नहीं छोड़नी चाहिए और हमेशा कड़ी मेहनत करनी चाहिए.

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