Ranji Trophy Final: घरेलू क्रिकेट में मुंबई (Mumbai Cricket) और आईपीएल (IPL) में दिल्ली कैपिटल्स (Delhi Capitals) के लिए खेलने वाले सरफ़राज़ खान (Sarfaraz Khan) फिलहाल रणजी ट्रॉफी (Ranji Trophy) के पिछले दो सीजन से लगातार शानदार प्रदर्शन करते आ रहे हैं। जो लोग मुंबई में लोकल क्रिकेट खेलते हैं उनके लिए सरफ़राज़ खान को अलग-अलग मैदानों पर बल्लेबाज़ी प्रैक्टिस करते देखना कोई बड़ी बात नहीं है। 7 साल की छोटी सी उम्र से ही सरफ़राज़ खान को उनके पिता नौशाद खान (Naushad Khan Father of Sarfaraz Khan) शहर के विभिन्न क्रिकेट मैदानों पर क्रिकेट की प्रैक्टिस के लिए ले जाया करते थे। खेल की ताजा खबरों के लिए जुड़े रहिए- hindi.insidesport.in
सरफराज खान रणजी के पिछले सीजन में यूपी के खिलाफ तीहरा शतक लगा कर सबकी अपनी काबिलियत का एहसास कराया था, उन्होंने 301 की शानदार पारी खेली थी। रणजी ट्रॉफी के इस सीजन में भी सरफराज ने सौराष्ट्र के खिलाफ 275 की एक बेहतरीन पारी खेल कर सबका ध्यान अपनी और खींचा। उन्होंने छोटी सी उम्र में ही सचिन तेंदुलकर और रोहित शर्मा की तरह ही अपने से दुगने उम्र के गेंदबाज़ो के सामने निडर होकर बल्लेबाज़ी की और आज दिलीप वेंगसरकर जैसे खिलाड़ी उनके टीम इंडिया में खेलने को लेकर आवाज़ उठाने लगे हैं।
The moment when Sarfaraz Khan reached his ton v Saurashtra in Ahmedabad pic.twitter.com/KXiwEm92wc
— Sarang Bhalerao (@bhaleraosarang) February 17, 2022
रणजी ट्रॉफी 2021 -22 के फाइनल मुक़ाबले से पहले बड़े-बड़े शॉट्स खेलने वाले सरफ़राज़ खान ने भारतीय टेस्ट टीम में अपने चयन, अपनी फिटनेस और रणजी फाइनल मुक़ाबले को लेकर इनसाइडस्पोर्ट से खुल कर बात की।
23 साल बाद रणजी के फाइनल में पहुंच रही मध्य प्रदेश की टीम के खिलाफ मैच होने से मुंबई टीम पर कितना दबाव है?
मेरे लिए ये एक सामान्य मैच ही है। हर मैच की तरह ये भी एक मैच है और मैं ज्यादा कुछ सोच नहीं रहा हूं, बस अपनी स्किल्स को और बेहतर करने पर ध्यान दे रहा हूं। हम फाइनल में पहुंचे हैं तो बहुत अच्छा महसूस भी हो रहा है। टीम का माहौल भी बहुत अच्छा है और मेरे लिए और भी अच्छा होगा अगर मेरा प्रदर्शन अच्छा हुआ और हम फाइनल जीते।
क्या कोच अमोल मजूमदार की तरफ से फाइनल के लिए कुछ ख़ास सलाह दी गयी टीम को?
नहीं, अमोल सर ने बोला है कि ज्यादा कुछ अलग करने की जरूरत नहीं है, बस अपना नेचुरल खेल खेलते रहें।
आप रणजी में लगातार इतने सारे रन बनाते आ रहें हैं, अब क्या आपको क्या लग रहा है टीम इंडिया की जर्सी आपसे कितना दूर है?
मेरे अब्बू ने मुझे बोला है कि ये सब मुझे सोचना नहीं है, मुझे क्रिकेट से प्यार है , मेरे माता-पिता की मेहनत है और वो चाहते हैं, मैं जहां भी खेलूं बस रन बनाता रहूं। इंडिया के लिए खेलना सबका सपना होता है और मेरा भी सपना है, लेकिन जब मेरी किस्मत में होगा तभी मुझे वह मिलेगा।
आपकी फिटनेस को लेकर काफी सवाल उठते हैं, क्या आपको लगता है आपकी फिटनेस की वजह से टीम में चयन नहीं हो पा रहा है?
मुझे लगाता है की मैंने फिटनेस में अच्छा सुधार किया है। 2015 में मैं जैसा था और अभी के मुकाबले बहुत सुधार किया है। मैंने आखिरी रणजी मैच में बहुत अच्छे कैच भी लपके हैं। मैं अपनी तरफ से पूरी कोशिश कर रहा हूं और अब ऑफ सीजन आएगा तो, मैं और अधिक इसपर ध्यान दूंगा और कोशिश करूंगा की पहले से बेहतर स्थिति में अपने आप को लेकर आऊं। मैं अपनी बॉडी को काफी अच्छे तरह से समझने लगा हूं और रन भी अच्छे बन रहें हैं। 4 -4 दिन तक ग्राउंड पर रहना इतना आसान नहीं रहता और मैं हर मैच में रनों के साथ अच्छी फील्डिंग कर रहा हूं और कैच भी पकड़ रहा हूं।
आपने कभी फिटनेस को लेकर किसी बड़े खिलाड़ी से कोई सलाह ली, क्योंकि आप विराट कोहली के साथ भी खेल चुके हैं?
2014-15 में जब मैं उनके साथ था, तो उनसे बात हुई थी लेकिन उसके बाद मेरी किसी से बात नहीं हुई। मैं अपने में ही रहता हूं। मेरे अब्बू हैं वही मुझे प्रैक्टिस कराते हैं और मैं कोशिश करता रहता हूं कि और ज्यादा सुधार करूं।
क्या आपसे कभी चयन समिति में से किसी ने कोई संपर्क किया है?
नहीं, ना ही मैं इतना किसी से बात करता हूं। मेरे दिमाग में बस यही चलता है कि बस अच्छा क्रिकेट खेलना है और मुझे क्रिकेट से प्यार है। वैसे मैंने जिंदगी में काफी संघर्ष किया है। जहां तक सेलेक्शन की बात है तो वो मेरे कण्ट्रोल में नहीं है, ऐसे में मैं उसके बारे में ज्यादा नहीं सोचता हूं।
सरफ़राज़ आपके साथी टीम इंडिया की कैप पा चुके हैं, आपको कभी महसूस होता है कि आप पीछे रह गए?
अभी रणजी में मेरे रन आ रहें हैं और जहां तक बात है मेरे साथ वाले खिलाडियों के टीम इंडिया में सेलेक्ट होने की तो, खुदा कभी किसी को जल्दी चीज़े दे देता है, तो कभी किसी को देर में देता है। मेरा काम मेहनत करना है और रन बनाना है, जो भी मैं मेहनत कर रहा हूं और जो मेरे अब्बू ने मेरे ऊपर मेहनत की हैं, बस अब मैं चाहता हूं कि उनकी मेहनत सफल हो, बाकी जो नसीब में होगा वो होगा।
क्या क्रिकेट के अलावा भी आपको कोई और खेल पसंद है?
नहीं, मुझे और कुछ पसंद नहीं है, ना ही मुझे बाहर जाना पसंद है, ना मैं कभी पार्टी करता हूं। बचपन से ही मेरा फोकस क्रिकेट पर ही रहा है और आगे भी वही रहेगा।
आप खेलने के लिए पहले यूपी चले गए थे, फिर वापस मुंबई आए, इस फैसले के पीछे क्या कारण था?
वो मेरे अब्बू का फैसला था और उस समय मैं छोटा था। मेरे अब्बू ने बोला था कि यूपी से खेलना है और आज मैं जो भी हूं अपने अब्बू की वजह से हूं। मैं उनसे ज्यादा सवाल नहीं पूछता। लेकिन बाद में मैंने अब्बू को बोला था कि मुझे वापस मुंबई से खेलना है भले ही कुछ भी हो जाए। मुंबई को लेकर मेरा आकर्षण अलग है, क्योंकि मैंने बचपन से क्रिकेट यहीं खेला है। वैसे जिंदगी में कभी गलत फैसले भी लिए जाते हैं, तो उसके ऊपर अब मैं ध्यान नहीं देता।
आपका कोई रोल मॉडल जिसे आप फॉलो करते हों?
मैं विराट भाई की बल्लेबाज़ी देखता हूं, रोहित शर्मा की बल्लेबाज़ी देखता हूं और जितने भी बड़े बल्लेबाज़ रहें हैं उनकी तकनीक कैसी रही है और वो किस तरीके से सुधार करते हैं वहीं सब उनसे सीखने की कोशिश करता हूं। मैं एबी डीविलयर्स के साथ खेल चुका हूं और उनसे भी बहुत कुछ सीखा है।
सरफराज खान रणजी ट्रॉफी के 2019-20 सीजन में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले पांचवे बल्लेबाज़ थे। उन्होंने पिछले सीजन में 154.66 के औसत से कुल 5 मैचों में 927 रन बनाए थे। इस सीजन भी सरफराज खान का बल्ला जमकर बरसा है। अभी तक 5 मैचों में 133.83 के औसत से 803 रन बना लिए हैं और वो टॉप पर हैं। अब फैंस को उनसे फाइनल मुक़ाबले में भी अच्छा प्रदर्शन करने की पूरी उम्मीद हैं और देखना होगा कि वो पिछले सीजन के अपने रनों का रिकॉर्ड तोड़ पाते हैं या नहीं।
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