Cricket
T20 World Cup के लिए चयनित हो सकते हैं मयंक यादव, सिलेक्टर्स की निगाहों में पेसर

T20 World Cup के लिए चयनित हो सकते हैं मयंक यादव, सिलेक्टर्स की निगाहों में पेसर

आईपीएल 2024 में अपनी गति से सुर्खियां बटोरने वाले तेज गेंदबाज मयंक यादव को टी20 वर्ल्ड कप के लिए चयनित करने के बारे में विचार किया जा रहा है।

आईपीएल 2024 में लखनऊ सुपर जायंट्स के पेस सनसनी मयंक यादव की रफ्तार के चर्चे दुनिया भर में हो गए हैं। भले ही तेज गेंदबाज ने अभी तक सिर्फ आईपीएल मैच खेले हैं, लेकिन वह लगातार 150+ की रफ्तार से खुद को साबित करने में कामियाब रहे हैं। इसके चलते मयंक यादव आगामी टी20 वर्ल्ड कप 2024 की दौड़ में आ गए हैं।

लखनऊ सुपर जाइंट्स का एक्सप्रेस पेसर फिलहाल घायल है, चयनकर्ता उनकी रिकवरी पर कड़ी नजर रख रहे हैं। आगामी मेगा इवेंट के लिए टीम में उनके चयन पर भी विचार किया जा सकता है।

बीसीसीआई के एक सूत्र ने इनसाइडस्पोर्ट को बताया, “मयंक निश्चित रूप से एक उत्कृष्ट प्रतिभा है। बीसीसीआई के एक वरिष्ठ अधिकारी ने इनसाइडस्पोर्ट को बताया, हम पिछले कुछ महीनों से उस पर कड़ी नजर रख रहे हैं।”

टी20 वर्ल्ड कप में होंगे मयंक यादव?

हालांकि, टी20 वर्ल्ड कप में जसप्रीत बुमराह और मोहम्मद सिराज ही पेस विभाग के लिए प्रबल दावेदार हैं। ऐसे में मयंक को प्लेइंग 11 में जगह मिलना काफी मुश्किल है। लेकिन इसका मतलब यह बिल्कुल नहीं है कि मयंक को भारतीय टीम में शामिल नहीं किया जाएगा।

21 वर्षीय खिलाड़ी को चयनकर्ता टी20 वर्ल्ड कप में भारतीय टीम के नेट गेंदबाज के रूप में शामिल करना चाहते हैं। बीसीसीआई की लॉजिस्टिक्स टीम ने उनके वीजा की प्रक्रिया भी शुरू कर दी है।

बीसीसीआई के अधिकारी ने कहा, “और भले ही वह टीम में जगह नहीं बना सके, हमें उम्मीद है कि वह यूएसए में टीम के साथ रहेंगे।”

गुजरात टाइटंस के खिलाफ चोटिल हुए थे मयंक

हाल ही में गुजरात टाइटंस के खिलाफ हुए मैच में मयंक यादव ने पेट के निचले हिस्से में दर्द की शिकायत की थी। इसके बाद एहतियातन उन्हें महज एक ओवर फेंकने के बाद ही मैदान से बाहर बुला लिया गया था।

मयंक यादव संभवतः दिल्ली कैपिटल्स के खिलाफ होने वाले एलएसजी के अगले मैच में भी नहीं खेल पाएंगे। हाल ही में एलएसजी के मुख्य कोच जस्टिन लैंगर ने कहा, “आखिरी गेम से पहले उन्हें अपने कूल्हे के शीर्ष पर थोड़ी जकड़न महसूस हुई, लेकिन यह दस में से एक दर्द था, और हमने सोचा कि इसमें क्लीनिकल ​​​​संकेत थे। डॉक्टरों और फिजियो के माध्यम से सब कुछ बिल्कुल ठीक लग रहा था। उन्होंने वह पहला ओवर [टाइटंस के खिलाफ] फेंका और उनके कूल्हे में कुछ महसूस होने लगा।”

Editors pick