India Tour of Sri Lanka: पैसों के लिए कॉन्ट्रैक्ट साइन करने के लिए तैयार हैं श्रीलंका के क्रिकेटर्स, बोर्ड से पिछला बकाया देने की लगाई गुहार – श्रीलंका क्रिकेट (SLC) और श्रीलंका के क्रिकेटर्स के बीच तनाव बढ़ता ही जा रहा है। इसकी वजह से श्रीलंका के एंजेलो मैथ्यूज जैसे कई सीनियर खिलाड़ियों ने इस्तीफा देने तक का विचार कर लिया है। वहीं इस झगड़े के बीच युवा खिलाड़ियों की स्थिति भी खराब हो रही है। जानकारी मिल रही है कि श्रीलंका क्रिकेट ने इन खिलाड़ियों को जनवरी 2021 से कोई पैसे नहीं दिए हैं। ऐसे में इन खिलाड़ियों ने श्रीलंका क्रिकेट से गुहार लगाई है कि वो उनका पिछला बकाया चुका दें।
आपको बता दें कि इस वक्त क्रिकेटर्स टूर-टू-टूर कॉन्ट्रैक्ट पर हैं। इसका मतलब है कि अगर वो सीरीज के लिए चुने जाते हैं, तभी उन्हें पैसे दिए जाएंगे और जो खिलाड़ी नहीं चुने जाते, उन्हें पैसे नहीं दिए जाएंगे। भारत के श्रीलंका दौरे पर भी श्रीलंका के खिलाड़ी इसी कॉन्ट्रैक्ट पर हैं। दासुन सनाका के साथ-साथ श्रीलंका के कई अन्य खिलाड़ियों को भी दौरे के हिसाब से ही पैसे दिए जाएंगे। ऐसे में खिलाड़ियों ने 17 जुलाई को श्रीलंका क्रिकेट को एक पत्र लिखकर पिछला बकाया चुकाने की गुहार लगाई है।
India Tour Of Sri Lanka: श्रीलंका के खिलाड़ी क्यों साइन नहीं करना चाहते हैं कॉन्ट्रैक्ट
- श्रीलंका के खिलाड़ी परफोर्मेंस बेस्ड कॉन्ट्रैक्ट के खिलाफ हैं। उनका मानना है कि इसमें कोई पारदर्शिता नहीं होगी।
- कई खिलाड़ियों की सैलरी में 35 प्रतिशत की कमी कर दी गई है।
- श्रीलंका के खिलाड़ी इस बात से काफी नाराज हैं। उनका मानना है कि बोर्ड और इसके सलाहकार इस कैटेगरी में उन्हें रखने से पहले कोई पारदर्शिता नहीं दिखा रहे हैं।
- इस समय सभी खिलाड़ियों को टूर के हिसाब से पैसे दिए जा रहे हैं। जिसकी वजह से उन्हें निर्धारित सैलरी नहीं मिल रही है।
- इसके अलावा सीनियर खिलाड़ियों को भी इस कॉन्ट्रैक्ट पर साइन करने के लिए जबरदस्ती की जा रही है। SLC उन्हें धमकी भी दे रहा है कि अगर वो कॉन्ट्रैक्ट साइन नहीं करेंगे तो उनके बदले दूसरे स्क्वाड को भेजा जाएगा।
सीनियर खिलाड़ियों और बोर्ड के इस झगड़े के बीच जूनियर खिलाड़ी फंस गए हैं। अब उन्हें लग रहा है कि बिना किसी सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट के उनका भी करियर खत्म हो जाएगा। क्योंकि उनमें से कई खिलाड़ियों को सीरीज के लिए चुना नहीं गया है। और बिना टूर-कॉन्ट्रैक्ट के उन्हें पैसे नहीं दिए जा रहे हैं।
रविवार सुबह को एक सूत्र ने बताया कि खिलाड़ियों को अब सालाना कॉन्ट्रैक्ट की बहुत ज्यादा जरूरत है। क्योंकि नए खिलाड़ियों को अपने घर की किस्त और माता-पिता के मेडिकल इंश्योरेंस की किस्त भरने में काफी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है।
ये भी पढ़ें – Liam Livingstone ने पाकिस्तान के खिलाफ अब तक का सबसे लंबा छक्का जड़ा! Video देख आपके उड़ जाएंगे होश
जूनियर क्रिकेटरों की समस्या ये है कि उन्हें सीनियर खिलाड़ियों ने अपने और बोर्ड के झगड़े में फंसा दिया है। क्योंकि सीनियर खिलाड़ियों को लगता है कि ये हर क्रिकेटर की समस्या है। हालांकि इस वजह से श्रीलंका क्रिकेट के पूर्व खिलाड़ी जैसे मुथैया मुरलीधरन, जो कॉन्ट्रैक्ट बनाने वाली तकनीकी एडवाइजरी कमेटी का हिस्सा हैं, इस विद्रोह की कड़ी निंदा कर रहे हैं। उनका कहना है कि “दिमुथ करुणारत्ने और एंजेलो मैथ्यूज जैसे खिलाड़ियों को नए कॉन्ट्रैक्ट सिस्टम के मुताबिक पैसे मिल रहे हैं। लेकिन फिर भी वो अपने फायदे के लिए अपने जूनियर खिलाड़ियों का करियर खराब करने की कोशिश कर रहे हैं।”
हालांकि अब जूनियर खिलाड़ियों को विश्वास होने लगा है कि सीनियर खिलाड़ियों ने उन्हें इसलिए फंसा कर रखा है क्योंकि नए कॉन्ट्रैक्ट में उन्हें 30 प्रतिशत पे-कट मिलेगा, जबकि जूनियर खिलाड़ियों की सालाना सैलरी बढ़ती जाएगी। ऐसे में जूनियर खिलाड़ियों ने बोर्ड को पत्र लिखकर कहा है कि “हमारी बात मानने के लिए धन्यवाद। अब हमें पता है कि हमें सालाना कॉन्ट्रैक्ट में परफोर्मेंस, फिटनेस और दूसरे अन्य योग्यताओं के आधार पर किस तरह से ग्रुप में बांटा गया है। ऐसे में हम SLC से गुजारिश करते हैं कि वो हमारे सालाना कॉन्ट्रैक्ट की अवधि 1 जनवरी 2021 से कर दें। इसके लिए हम उनके आभारी रहेंगे।”