Yuvraj Singh-Stuart Broad, 2007 T20 World Cup: भारत ने टी20 वर्ल्ड कप के अपने दोनों वार्म अप मैच में इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया को आसानी से हरा दिया। लेकिन आम तौर पर वार्म अप मैचों में जीत/हार से टीम का आकलन नहीं किया जाता, बल्कि इसे खिलाड़ियों की तैयारी के तौर पर देखा जाता है। भारतीय टीम रविवार को चिर प्रतिद्वंद्वी पाकिस्तान के खिलाफ होने वाले मैच से टी 20 वर्ल्ड कप में अपने अभियान की शुरुआत करेगी। भारत में एमएस धोनी की कप्तानी में पहला टी20 वर्ल्ड कप जीता था, वहीं ये वर्ल्ड कप विराट कोहली के लिए बतौर टी20 कप्तान आखिरी होगा।
2008 में भारत को आईसीसी अंडर-19 वर्ल्ड कप जीतने वाले विराट कोहली के पास एक सीनियर आईसीसी ट्रॉफी जीतने का ये सुनहरा मौका है। खिताब के साथ वो टी20 टीम की कप्तानी को फेयरवेल देना पसंद करेंगे और ये ट्रॉफी जीतने वाले दूसरे भारतीय कप्तान बनना चाहेंगे।
Yuvraj Singh-Stuart Broad, 2007 T20 World Cup: 2007 के टी20 वर्ल्ड कप हीरो और पूर्व भारतीय ऑलराउंडर युवराज सिंह ने कहा है कि टीम इंडिया बेहद मजबूत और एक संतुलित टीम नजर आ रही है। युवी का मानना है कि फेवरेट्स होने की वजह से भारत के पास अपना दूसरा टी20 वर्ल्ड कप खिताब जीतने का पूरा मौका है।
युवराज ने कहा, “यह केवल कप्तान के बारे में नहीं है, पूरी टीम को प्रदर्शन करने की जरूरत है। तभी आप खिताब जीत सकते हैं। मुझे लगता है कि भारत के पास एक जबरदस्त टी20 टीम है लेकिन टी20 फॉर्मेट बहुत अप्रत्याशित है। पांच ओवर का एक सेशन पूरा खेल बदल सकता है।”
Yuvraj Singh-Stuart Broad, 2007 T20 World Cup: युवराज भारतीय क्रिकेट के सबसे बड़े मैच विनर प्लेयर्स में एक हैं। वो 2011 वनडे वर्ल्ड कप, जिसमें भारत की जीत हुई थी, के प्लेयर ऑफ द टूर्नामेंट रहे थे। लेकिन युवराज सिंह को हमेशा 2007 वर्ल्ड कप में इंग्लैंड के तेज गेंदबाज स्टुअर्ट ब्रॉड के एक ओवर में लगाए गए उनके 6 छक्कों के लिए याद किया जाता है।
एक बार फिर उस ऐतिहासिक ओवर पर बात करते हुए युवराज ने कहा, “हम बस एक-दूसरे को देखकर मुस्कुराते हैं (स्टुअर्ट ब्रॉड)। अच्छी बात यह थी कि मेरे कंधे से एक बोझ हट गया था क्योंकि उस मैच से दो हफ्ते पहले, इंग्लैंड के खिलाफ मुझे वनडे मैच में पांच छक्के लगे थे। मैंने 50 वां ओवर फेंका था। पहले पांच छक्कों खाना और फिर 6 छक्के मारना उसी देश (इंग्लैंड) के खिलाफ, एक बड़ी राहत थी। ये एक बोझ हल्का हो गया था और जाहिर तौर पर यह सबसे बड़ी यादों में से एक है।”
40 टेस्ट, 304 वनडे और 58 टी20 खेलने वाले युवराज ने कहा, “मैंने सालों में उस याद के महत्व को महसूस किया है क्योंकि हर बार 19 सितंबर आता है और लोग उस पल का जश्न मनाने लगते हैं। यह मेरे करियर के ऐतिहासिक क्षणों में से एक है और मैं इसे हमेशा संजो कर रखूंगा।”