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PKL 2022: बंगाल वारियर्स के कप्तान मनिंदर सिंह बोले, प्रो कबड्डी लीग की वजह से कबड्डी खिलाड़ियों को मिली पहचान: Watch Maninder Singh Interview

PKL 2022: बंगाल वारियर्स के कप्तान मनिंदर सिंह बोले, प्रो कबड्डी लीग की वजह से कबड्डी खिलाड़ियों को मिली पहचान: Watch Maninder Singh Interview

PKL 2022: मनिंदर सिंह (Maninder Singh) प्रो कबड्डी लीग (PKL 2022) के सबसे बड़े नामों में से एक हैं। यह 32 वर्षीय खिलाड़ी ने इस सीज़न में शानदार फॉर्म में है, उन्होंने एक और सफल अभियान में 200 से अधिक रेड पॉइंट बनाए हैं। इनसाइडस्पोर्ट के साथ एक विशेष इंटरव्यू (Maninder Singh Exclusive Interview) में […]

PKL 2022: मनिंदर सिंह (Maninder Singh) प्रो कबड्डी लीग (PKL 2022) के सबसे बड़े नामों में से एक हैं। यह 32 वर्षीय खिलाड़ी ने इस सीज़न में शानदार फॉर्म में है, उन्होंने एक और सफल अभियान में 200 से अधिक रेड पॉइंट बनाए हैं। इनसाइडस्पोर्ट के साथ एक विशेष इंटरव्यू (Maninder Singh Exclusive Interview) में बंगाल वॉरियर्स (Bengal Warriors) के कप्तान ने कबड्डी खिलाडियों को पहचान दिलाने के लिए प्रो कबड्डी की प्रशंसा की है। Pro Kabaddi League 2022 से जुड़ी हर खबर के लिए Hindi.InsideSport.In के साथ जुड़े रहिए।

मनिंदर सिंह पंजाब के रहने वाले हैं। मनिंदर ने राष्ट्रीय स्तर पर पहचान बनाने से पहले अपने पिता के साथ सर्कल कबड्डी खेली थी। हालांकि, उन्होंने पारंपरिक प्रारूप में बदलाव के बाद इस खेल में काफी प्रभावित किया है।

मनिंदर सिंह ने कहा, ‘पंजाब में बहुत सर्कल कबड्डी खेली जाती है। मेरे पिता खेलते थे और इस तरह मैंने इस खेल को चुना। मुझे एक राष्ट्रीय टूर्नामेंट के लिए प्रारूप बदलना पड़ा। मैंने अच्छा प्रदर्शन किया और पंजाब के कोच ने मुझे जारी रखने के लिए प्रोत्साहित किया।’

बंगाल वॉरियर्स फिलहाल पीकेएल अंक तालिका में 7वें स्थान पर है। पीकेएल प्लेऑफ़ की दौड़ में मनिंदर सिंह की टीम के लिए अब कड़ा संघर्ष करना पड़ेगा।

मनिंदर सिंह ने कहा, “इस साल बहुत प्रतिस्पर्धा है, बस कुछ अंकों का अंतर है। शीर्ष तीन टीमों ने क्वालीफाई किया है। यह मुश्किल है, हमें प्लेऑफ में जगह बनाने के लिए हर मैच जीतना होगा।”

पीकेएल जैसा लंबा टूर्नामेंट खिलाड़ियों के लिए काफी चुनौतियां लेकर आता है। खिलाड़ी महीनों तक अपने घरों से दूर रहते हैं, जिससे उनके मानसिक स्वास्थ्य पर दबाव पड़ता है। दबाव को स्वीकार करते हुए सिंह ने कहा कि ज्यादा ध्यान फिट रहने और टूर्नामेंट के लिए उपलब्ध रहने पर होता है।

उन्होंने कहा, “हम फिटनेस पर फोकस करते हैं, हम जितने फिट रहेंगे, पीकेएल में उतना ही ज्यादा खेल सकेंगे। फिजियो और ट्रेनर्स के जुड़ने से काफी मदद मिली है। वे हमें बहुमूल्य इनपुट देते हैं, जिससे हमें पिच पर बेहतर प्रदर्शन करने में मदद मिलती है।”

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