हाल ही में वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप का फाइनल (WTC Final 2023) में भारत की हार के बाद लगातार टीम इंडिया (Team India) पर सवाल उठ रहे हैं। इस मुकाबले के लिए आर अश्विन (R Ashwin) को स्क्वॉड में शामिल तो किया गया था लेकिन, उन्हें प्लेइंग इलेवन में जगह नहीं दी गई थी। इसी को लेकर उन्होंने मीडिया में अपने दिल की बात रखी। कई पहलुओं पर अश्विन ने बोल्ड स्टेटमेंट दिया है। अपने करियर में अश्विन ने विराट कोहली, रोहित शर्मा Rohit Sharma) और एमएस धोनी (MS Dhoni) की कप्तानी में खेला है। वहीं अब अश्विन ने बताया है कि एमएस धोनी बाकी कप्तानों से कैसे अलग हैं। साथ ही उन्होंने कहा कि धोनी के नेतृत्व में खिलाड़ियों में अपने खेल को लेकर सुरक्षा का भाव रहता था।
बता दें कि, धोनी की कप्तानी में भारतीय टीम ने 2011 में वर्ल्ड कप और 2013 में चैंपियंस ट्ऱॉफी जीती है। और इसी विजेता टीम के सदस्य आर अश्विन भी रहे हैं। इस पर अश्विन ने कहा कि हम ज्यादातर लोग एमएस धोनी के नेतृत्व की बात करते हैं। ऐसे में सवाल है कि धोनी क्या किया करते थे? बात ये है कि धोनी ने बातों को बहुत ही साधारण रखा। मैं धोनी की कप्तानी में खेला, वो 15 खिलाड़ी चुनते थे और पूरे साल इन्हीं 15 और 11 के साथ मैदान में उतरते थे। किसी भी खिलाड़ी के लिए सुरक्षा का भाव बहुत ही अमह होता है। साथ ही ऐसा ही वो आईपीएल के दौरान भी किया करते हैं।
हालांकि, धोनी के बाद जब कोहली के पास कप्तानी आई तो भारत साल 2017 में चैंपियंस ट्रॉफी का फाइनल मुकाबला हारा था। वहीं 2019 में वर्ल्ड कप में भी भारत को शिकस्त मिली थी। जबकि रोहित शर्मा की कप्तानी में भी भारत एक भी आईसीसी ट्रॉफी जीतने में नाकामयाब रहा है।
वर्ल्ड कप के नंबर 1 टेस्ट स्पिनर ने हाल ही में वर्ल्ड टेस्ट चैंपियंसन फाइनल गंवाने के बाद भारतीय खिलाड़ियों का समर्थन करते हुए कहा था कि ये समझा जा सकता है कि इस बात से फैंस में खासा गुस्सा है कि भारत पिछले दस साल से एक भी आईसीसी ट्रॉफी नहीं जीत सका है। मुझे फैंस के साथ सहानुभूति है। लेकिन सोशल मीडिया खिलाड़ी विशेष को लेकर ड्रॉप किए जाने किसी को शामिल करने जैसे मैसेज करता रहता है। लेकिन एक बात है कि खिलाड़ियों की योग्यता में कई बदलाव नहीं आता है।