India Tour of Sri Lanka: श्रीलंका के खिलाफ नए ‘ब्रह्मास्त्र’ के साथ उतरेंगे कुलदीप यादव, कोच कपिल देव पांडेय ने किया ऐलान- पिछले कुछ वर्षों से कुलदीप यादव अपने करियर में कई उतार-चढ़ाव झेल रहे हैं। टीम इंडिया के मुख्य कोच रवि शास्त्री द्वारा कभी कुलदीप को विदेशी पिचों पर भारत का नंबर 1 स्पिनर बताया गया था। लेकिन कुलदीप को विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप के फाइनल और इंग्लैंड के खिलाफ पांच मैचों की टेस्ट सीरीज के लिए टीम में जगह नहीं मिली।
ये भी पढ़ें- ICC WTC final: विश्व टेस्ट चैंपियनशिप शुरू होने में सिर्फ 7 दिन बाकी, BCCI ने फैंस से की ये खास अपील
कपिल देव पांडे ने इंडिया टुडे को बताया, “पिछले सात या आठ दिनों से जबसे लॉकडाउन के नियमों में ढील दी गई है। हम उनकी गेंदबाजी पर काम कर रहे हैं। खासकर उनकी गुगली पर।”
”कुलदीप की सबसे बड़ी ताकत उनकी गुगली है। यह हमेशा उनकी विकेट लेने वाली गेंद रही है। लेकिन वह हाल के दिनों में अच्छी लेंथ पर गेंदबाजी नहीं कर पाए हैं। वह एक से अधिक ढीली गेंदें फेंक रहे थे। कुलदीप ने इस पर काम किया है और वह अपनी सभी गुगली को अच्छी लेंथ पर पिच कर रहा है। उसे अच्छी तरह से टर्न भी मिल रही है।”
उन्होंने आगे कहा, ‘कुलदीप हमेशा से विकेट लेने वाले गेंदबाज रहे हैं और उन्होंने कई बार ज्यादा रन भी दिए हैं। लेकिन अब वह अपनी गेंदबाजी में एक और आयाम जोड़ना चाहते हैं। कुलदीप बीच के ओवरों में रन फ्लो को रोकने के लिए अपनी स्टॉक डिलीवरी पर भी काम कर रहे हैं। हालांकि विकेट लेना उनकी प्राथमिकता है। लेकिन वह किफायती भी होना चाहते हैं।”
उन्होंने आगे कहा, “उसके रिकॉर्ड शानदार हैं। कुलदीप का स्ट्राइक रेट भी कमाल का है। वह अभी भी एक मैच विजेता खिलाड़ी है। लेकिन लगातार मौके ना मिलने के कारण उसका आत्मविश्वास कम हो गया है।”
उन्होंने आगे कहा, “पिछली बार ऑस्ट्रेलिया दौरे पर कुलदीप ने पांच विकेट लिए थे। इस दौरे पर उनको एक भी टेस्ट मैच में मौका नहीं मिल। यहां तक कि खिलाड़ी चोटिल हुए फिर भी वह टीम का हिस्सा नहीं बनाए गए। इंग्लैंड के खिलाफ वह आसानी से कम से कम 30 विकेट ले सकता था अगर उसने सभी टेस्ट मैच खेले होते।
आईपीएल में जब उनकी टीम एक के बाद एक मैच हार रही थी। फिर भी उनको मौका नहीं दिया गया। मैं यह नहीं कहना चाहता, लेकिन कभी-कभी, मुझे लगता है कि टीम प्रबंधन ने कुलदीप के साथ सौतेला व्यवहार किया है। ”कुलदीप यादव के बचपन के कोच ने कहा।
“मैंने उसे आज ही कहा था। आपको रोहित शर्मा को देखना चाहिए और उनके सफर से प्रेरणा लेनी चाहिए। रोहित शर्मा लगातार टीम के अंदर और बाहर रहते थे। लेकिन उन्होंने अपने प्रदर्शन से अपनी जगह पक्की कर ली।’
“आलोचना से निपटने का सबसे अच्छा तरीका विकेट लेना और रन बनाना है। मुझे उम्मीद है कि श्रीलंका दौरे पर उनकी एक उपयोगी श्रृंखला होगी।”