SAFF Championship: Indian Football Team vs Sri lanka: बांग्लादेश की 10 खिलाड़ियों की टीम से 1-1 से ड्रॉ खेलने के बाद भारतीय फुटबॉल टीम के आत्मविश्वास पर असर पड़ा होगा, लेकिन टीम जल्द ही इससे उबरकर गुरूवार को यहां श्रीलंका के खिलाफ सैफ चैम्पियनशिप के दूसरे मैच में जीत दर्ज करना चाहेगी। मैच भारतीय समयानुसार शाम साढ़े चार बजे से शुरू होगा। भारत को बांग्लादेश के खिलाफ पिछले मैच में निराशा हाथ लगी जिसके खिलाफ उसने ज्यादातर समय दबदबा बनाया हुआ था और कप्तान सुनील छेत्री (sunil chhetri) की बदौलत बढ़त भी हासिल कर ली थी जिसे देखते हुए उसे जीत दर्ज करनी चाहिए थी।
लेकिन ऐसा नहीं हो सका जिससे भारतीय टीम टूर्नामेंट की पहली जीत दर्ज करने के लिये बेताब होगी। श्रीलंका के खिलाफ उसने रिकार्ड सात बार जीत हासिल की है। ‘ब्लू टाइगर्स’ के मुख्य कोच इगोर स्टिमक हाल में भारत के मैचों में जीत दर्ज करने में विफलता के कारण आलोचनाओं से घिरे हुए हैं और गुरूवार को वह काफी दबाव में होंगे।
SAFF Championship: Indian Football Team vs Sri lanka: बांग्लादेश के खिलाफ निराशा के बावजूद भारत को निचली रैंकिंग की श्रीलंकाई टीम के खिलाफ जीत का भरोसा है जो अभी तक टूर्नामेंट में जूझती नजर आयी है। उसने अभी तक दोनों मैच गंवाये हैं जिसमें उसने चार गोल खाये और दो गोल किये हैं। छेत्री ने पिछले मैच में भारत को बढ़त दिला दी थी जिसके बाद बांग्लादेश के बिश्वनाथ घोष को दूसरे हाफ में रेड कार्ड दिखा दिया गया। यासिर अराफात ने बाद में अपनी टीम के लिये गोल कर मैच ड्रा कराने में अहम भूमिका निभायी।
यह भारतीय करिश्माई फुटबॉलर फिर गोल करके अपने गोल की संख्या बढ़ाना चाहेगा। छेत्री अंतरराष्ट्रीय गोल के मामले में ब्राजील के सुपरस्टार पेले की बराबरी से महज एक गोल पीछे है। श्रीलंका के खिलाफ उनके लिये अपने चमकदार करियर में एक और उपलब्धि करने का मौका होगा। लेकिन ऐसा करने के लिये उन्हें टीम से सहयोग की जरूरत होगी, तभी वह मैच में पूरे अंक दिला पायेंगे। बांग्लादेश के खिलाफ ड्रा की निराशा के बाद स्टिमक ने अपनी टीम को दोषी ठहराया था।
SAFF Championship: Indian Football Team vs Sri lanka: स्टिमक ने कहा था, ‘‘सबकुछ हमारे नियंत्रण में था, हमने मैच में दबदबा बनाया और 1-0 से आगे थे और फिर उनका एक खिलाड़ी भी कम हो गया था। इसके बावजूद हमने कुछ आसान पास गंवाना शुरू कर दिया और गैर जरूरी गलतियां की। अगर आप प्रतिद्वंद्वी टीम को मौका देते हो तो इससे उसका आत्मविश्वास बढ़ जाता है और फिर ऐसा ही होता है। ’’
भारतीय टीम
धीरज सिंह, विशाल कैथ, गुरप्रीत सिंह संधू, प्रीतम कोटल, चिंग्लेनसाना सिंह कोनशाम, मंदर राव देसाई, राहुल भेके, सुभाशीष बोस, शेरिटोन फर्नांडिज, उदांता सिंह, ब्रैंडन फर्नांडिज, लालेंगमाविया, अनिरूद्ध थापा, सहल अब्दुल समद, जैकसन सिंह, ग्लान माटिन्स, सुरेश सिंह, लिस्टन कोलासो, यासिर मोहम्मद, मनवीर सिंह, रहीम अली, सुनील छेत्री (sunil chhetri), फारूख चौधरी में से।