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महिला क्रिकेट के साथ सौतेला व्यवहार किया जा रहा है: पूर्व महिला क्रिकेटर स्नेहल प्रधान

महिला क्रिकेट के साथ सौतेला व्यवहार किया जा रहा है: पूर्व महिला क्रिकेटर स्नेहल प्रधान

महिला क्रिकेट के साथ सौतेला व्यवहार किया जा रहा है: पूर्व महिला क्रिकेटर स्नेहल प्रधान
महिला क्रिकेट के साथ सौतेला व्यवहार किया जा रहा है: पूर्व महिला क्रिकेटर स्नेहल प्रधान- पूर्व ऑस्ट्रेलियाई महिला क्रिकेटर लिसा स्टालेकर द्वारा वेदा कृष्णमूर्ति के पक्ष में उतरने के साथ ही बीसीसीआई की जमकर आलोचना की थी। अब पूर्व भारतीय क्रिकेटर स्नेहल प्रधान ने पारदर्शिता की कमी के लिए बोर्ड को फटकार लगाई है। उन्होंने […]

महिला क्रिकेट के साथ सौतेला व्यवहार किया जा रहा है: पूर्व महिला क्रिकेटर स्नेहल प्रधान- पूर्व ऑस्ट्रेलियाई महिला क्रिकेटर लिसा स्टालेकर द्वारा वेदा कृष्णमूर्ति के पक्ष में उतरने के साथ ही बीसीसीआई की जमकर आलोचना की थी। अब पूर्व भारतीय क्रिकेटर स्नेहल प्रधान ने पारदर्शिता की कमी के लिए बोर्ड को फटकार लगाई है। उन्होंने एक कॉलम में लिखा कि बीसीसीआई की कोच चयन प्रक्रिया में पारदर्शिता का अभाव था और सौरव गांगुली के नेतृत्व वाले बोर्ड पर महिला क्रिकेट के लिए सौतेला व्यवहार किया जा रहा है।

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बता दें कि भारत की महिला टीम के कोच डब्ल्यूवी रमन को हटाकर पूर्व कोच रमेश पोवार को कोच बनाया गया है, जबकि  पूर्व कोच रमन के ही कोचिंग में 2019 टी- 20 विश्व कप फाइनल में भारत पहुंचा था। वहीं, नए कोच के चयन में बीसीसीआई ने इसके पीछे कोई तर्क नहीं दिया।

स्नेहल प्रधान ने आगे कहा ‘भारतीय टीम के कोच के चयन की प्रक्रिया समझ के परे है। एक टीम जो 10 महीनों में विश्व कप खेलेगी। हम नया कोच लेकर आते हैं। नए कोच के चयन पर क्या बोर्ड ने बताया कि कितने उम्मीदवार थे, पोवार का रिकॉर्ड क्या है और कैसे उनके चयन पर क्रिकेट सलाहकार समिति एकमत थी। लेकिन यह हमें इस बारे में कुछ नहीं बताता कि एक उम्मीदवार को दूसरे पर क्यों पसंद किया गया, या यह चयन भारतीय टीम के लिए बड़े दृष्टिकोण में कैसे फिट बैठता है, यह विश्व कप के सपने से कैसे जुड़ा है।’

मिताली राज, स्मृति मंधाना और अन्य का अनुबंध सितंबर 2020 में समाप्त हो गया। टीम ने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ घर में बिना किसी अनुबंध के सीमित ओवरों की श्रृंखला खेली। उम्मीद की जा रही थी कि इंग्लैंड दौरे पर टीम भेजने से पहले बीसीसीआई नया अनुबंध करेगा। हालांकि बोर्ड की ओर से कोई आधिकारिक सूचना नहीं आई है। इसके अलावा, वेदा कृष्णमूर्ति, जिन्होंने कुछ हफ्तों के अंतराल में अपनी मां और बहन को खो दिया, को केंद्रीय अनुबंधित खिलाड़ी होने के बावजूद बीसीसीआई से कुछ नहीं मिला। उन्हें इंग्लैंड के खिलाफ दौरे में शामिल नहीं किया गया था।

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