अंतरराष्ट्रीय हॉकी महासंघ के अध्यक्ष चुने गए नरिंदर बत्रा, दूसरी बार संभालेंगे पद
अंतरराष्ट्रीय हॉकी महासंघ के अध्यक्ष चुने गए नरिंदर बत्रा, दूसरी बार संभालेंगे पद – भारतीय ओलंपिक संघ के प्रमुख नरिंदर बत्रा दूसरे…

अंतरराष्ट्रीय हॉकी महासंघ के अध्यक्ष चुने गए नरिंदर बत्रा, दूसरी बार संभालेंगे पद – भारतीय ओलंपिक संघ के प्रमुख नरिंदर बत्रा दूसरे कार्यकाल के लिए अंतरराष्ट्रीय हॉकी महासंघ के अध्यक्ष के रूप में फिर से चुने गए. हॉकी इंडिया ने डॉ. नरिंदर ध्रुव बत्रा को दूसरे कार्यकाल के लिए अंतरराष्ट्रीय हॉकी महासंघ के अध्यक्ष के रूप में फिर से चुने जाने पर बधाई दी.
LIVE update from the 47th FIH Congress on May 22, 2021:
Hockey India congratulates Dr. Narinder Dhruv Batra on being re-elected as the President, International Hockey Federation for a second term. ?#IndiaKaGame pic.twitter.com/j4gUd3I83G
— Hockey India (@TheHockeyIndia) May 22, 2021
नरिंदर बत्रा ने बेल्जियम के मार्क कॉड्रॉन के खिलाफ 63-61 से चुनाव जीतकर अंतरराष्ट्रीय हॉकी महासंघ (एफआईएच) का अध्यक्ष पद बरकरार रखा है. पीटीआई ने ट्वीट किया, “भारतीय ओलंपिक संघ के प्रमुख नरिंदर बत्रा दूसरे कार्यकाल के लिए अंतरराष्ट्रीय हॉकी महासंघ के अध्यक्ष के रूप में फिर से चुने गए.”
उन्होंने रॉयल बेल्जियम हॉकी एसोसिएशन (KBHB) के अध्यक्ष Coudron की चुनौती को पार कर लिया, जिन्होंने वैश्विक मंच पर बेल्जियम के उदय में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है. वो 385 मैचों के साथ बेल्जियम के लिए सबसे ज्यादा खेलने वाले खिलाड़ी थे.
ऑनलाइन मतदान प्रक्रिया के दौरान बत्रा को 63 जबकि उनके प्रतिद्वंद्वी को 61 मत मिले. मतदान में 124 सदस्य संघों ने हिस्सा लिया. मौजूदा महामारी के कारण लागू यात्रा प्रतिबंधों के कारण एफआईएच कांग्रेस का आयोजन आनलाइन किया गया.
मुकाबले के कड़े होने का अंदाजा इस बात से लग सकता है कि उम्मीदवार को जीत के लिए 63 मत की दरकार थी और बत्रा को इतने ही मत मिले. बत्रा अब 2024 तक एफआईएच अध्यक्ष रहेंगे क्योंकि एफआईएच ने पिछले साल कांग्रेस को स्थगित किए जाने के कारण कार्यकाल चार साल से घटाकर तीन साल कर दिया है.
इस कांग्रेस का आयोजन पिछले साल होना था लेकिन कोविड-19 महामारी के कारण इसे स्थगित कर दिया गया. बत्रा 2016 में एफआईएच के पहले गैर यूरोपीय अध्यक्ष बने थे। उन्होंने एफआईएच की 45वीं कांग्रेस के दौरान एकतरफा जीत दर्ज की थी.