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टेस्ट मैचों में उन्हें बेंच पर रखने के लिए युवराज सिंह ने टीम इंडिया मैनेजमेंट पर कसा तंज

टेस्ट मैचों में उन्हें बेंच पर रखने के लिए युवराज सिंह ने टीम इंडिया मैनेजमेंट पर कसा तंज

युवी ने 7 साल तक टेस्ट में बेंच पर रखने के लिए भारतीय टीम प्रबंधन पर कटाक्ष किया
टेस्ट मैचों में उन्हें बेंच पर रखने के लिए युवराज सिंह ने टीम इंडिया मैनेजमेंट पर कसा तंज- युवराज सिंह को भारतीय क्रिकेट के बेहतरीन ऑलराउंडरों में से एक माना जाता है. हालांकि, 39 वर्षीय को लाल गेंद की तुलना में सफेद गेंद में अपने खेल के लिए अधिक जाना जाता है. तेजतर्रार पूर्व क्रिकेटर का […]

टेस्ट मैचों में उन्हें बेंच पर रखने के लिए युवराज सिंह ने टीम इंडिया मैनेजमेंट पर कसा तंज- युवराज सिंह को भारतीय क्रिकेट के बेहतरीन ऑलराउंडरों में से एक माना जाता है. हालांकि, 39 वर्षीय को लाल गेंद की तुलना में सफेद गेंद में अपने खेल के लिए अधिक जाना जाता है. तेजतर्रार पूर्व क्रिकेटर का टेस्ट करियर सफल नहीं रहा, मुख्य रूप से इसका कारण रहा कि वह भारतीय क्रिकेट के ‘स्वर्ण युग’ के दौरान खेले, जिसमें सचिन तेंदुलकर, राहुल द्रविड़, वीरेंद्र सहवाग, वीवीएस लक्ष्मण और सौरव गांगुली जैसे महान बल्लेबाज शामिल थे.

नीली जर्सी में मैदान पर संकट के पलों से टीम को निकाले में महारत दिखाने के बावजूद, युवी को खेल के सबसे लंबे प्रारूप में अपने मौके के लिए लंबे समय तक इंतजार करना पड़ा. पूर्व ऑलराउंडर कुछ बड़े नामों से प्रभावित होने के कारण लंबे समय तक प्लेइंग इलेवन में जगह नहीं बना सके, चीजों की योजना में नहीं पड़ने के कारण टीम ने विदेशी जमीन में खेलते हुए एक तेज गेंदबाजी ऑलराउंडर को उपर प्राथमिकता दी, जबकि दिए गए सीमित अवसरों में उनका योगदान कुछ खास नहीं रहा.

युवराज ने अपने टेस्ट करियर का अंत 40 टेस्ट में 1900 रन के साथ किया, जिसमें 11 अर्धशतक और 3 शतक शामिल हैं. जबकि कुछ लोग यह तर्क दे सकते हैं कि यदि उन्हें अधिक मौके दिए जाते, तो शायद उन्होंने टेस्ट में सही तालमेल बिठाया होता. हालांकि, बाएं हाथ का यह खिलाड़ी कभी भी सफेद जर्सी में आराम से या अपने जोन में नहीं देखा. इस तरह उनका टेस्ट करियर अधूरा रह गया.

बहरहाल, ऐसा लगता है कि युवी को अभी भी लंबे समय तक टेस्ट क्रिकेट में भारत का प्रतिनिधित्व नहीं करने का पछतावा है. इस प्रकार, जब विजडन इंडिया के ट्विटर हैंडल ने फैंस से एक सवाल पूछा, “आप किस पूर्व भारतीय क्रिकेटर को और अधिक टेस्ट खेलते देखना चाहते हैं?”, युवी भी कमेंट में शामिल हो गए और तुरंत जवाब दिया, जो निश्चित रूप से उन्हें टेस्ट में मौके नहीं दिए जाने के लिए भारतीय टीम मैनेजमेंट पर तंज था.

युवी ने लिखा, “शायद अगले जन्म में! जब मैं 7 साल के लिए टीम में 12वां खिलाड़ी बन कर रहा”.

युवराज ने 2019 में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास ले लिया, जबकि उन्होंने आखिरी बार 2017 में भारत का प्रतिनिधित्व किया था. वह 2007 टी20 विश्व कप और 2011 एकदिवसीय विश्व कप में मेन इन ब्लू की ओर से खिताब जीतने के दौरान टॉप प्रदर्शन करने वाले थे और भारत की सफेद गेंद की सफलता का एक अभिन्न अंग रहे.

उन्होंने पिहले सनराइजर्स हैदराबाद (SRH) और फिर मुंबई इंडियंस (MI) का प्रतिनिधित्व करते हुए दो बार IPL खिताब भी जीता.

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