सागर राणा की पोस्टमार्टम रिपोर्ट में खुलासा, चोट के नीले निशान, ब्लंट ऑब्जेक्ट से हुई मौत
सागर राणा की पोस्टमार्टम रिपोर्ट में खुलासा, चोट के नीले निशान, ब्लंट ऑब्जेक्ट से हुई मौत: ओलंपिक पदक विजेता पहलवान सुशील कुमार…

सागर राणा की पोस्टमार्टम रिपोर्ट में खुलासा, चोट के नीले निशान, ब्लंट ऑब्जेक्ट से हुई मौत: ओलंपिक पदक विजेता पहलवान सुशील कुमार पुलिस की गिरफ्त में आ चुके हैं, वह सागर राणा हत्याकांड में मुख्य आरोपी है. अब सागर राणा की पोस्टमार्टम रिपोर्ट सामने आई है. पोस्टमार्टम रिपोर्ट में कई बातें सामने आई है, सागर राणा की पोस्टमार्टम रिपोर्ट में उनके सर पर ब्लंट ऑब्जेक्ट से हमला होने की बात निकलकर सामने आई है. रिपोर्ट के अनुसार उनके शरीर पर 4 सेंटीमीटर तक गहरे जख्म आए हैं. उनकी मौत सर पर ब्लंट ऑब्जेक्ट के हमले के कारण हुई है.
ब्लंट ऑब्जेक्ट के वार से हुई विकास राणा की मौत
सागर राणा की पोस्टमार्टम रिपोर्ट में सामने आया है कि उनकी पीठ और छाती में जख्म मिले हैं. वहीं उनकी मौत ब्लंट ऑब्जेक्ट के वार के कारण हुई. ब्लंट ऑब्जेक्ट यानी, ऐसा हथियार जो धारधार नहीं था. सागर राणा की पोस्टमार्टर्म रिपोर्ट के अनुसार उनके सर से लेकर घुटनों तक कई चोट के निशान है. उनके शरीर में कई चोटों पर नीले निशान पड़ गए थे.
“Death is due to cerebral damage as a result of blunt force/object impact. All injuries are antemortem in nature”, states the postmortem report of Sagar Rana killed in a brawl at Chhatrasal Stadium in Delhi.
Wrestler Sushil Kumar & one Ajay arrested in connection with the case.
— ANI (@ANI) May 25, 2021
सुशील कुमार सागर राणा हत्याकांड में मुख्य आरोपी
पहलवान सुशील कुमार को सागर राणा हत्याकांड मामले में दिल्ली पुलिस ने गिरफ्तार किया है. 2 बार के ओलंपिक पदक विजेता और उसके सहयोगियों द्वारा 4 मई को छत्रसाल स्टेडियम में अपने दो दोस्तों के साथ मारपीट की गई थी. युवा पहलवान की मौत के बाद से सुशील फरार था और गिरफ्तारी से बच रहा था.
सुशील और उसके साथियों पर सागर को मॉडल टाउन स्थित उसके घर से अगवा करने का आरोप है. पुलिस ने कहा था कि अन्य पहलवानों के सामने उसे गाली देने के लिए उसे सबक सिखाने के लिए ऐसा किया गया था. सुशील ने प्रिंस नाम के एक लड़के को घटना का वीडियो बनाने के लिए कहा और वह चाहता था कि यह उसके समुदाय में यह वीडियो वायरल हो ताकि कोई और दो बार के ओलंपिक पदक विजेता को फिर से अपमानित करने की हिम्मत न करे.