T20 World Cup-Cricket South Africa: दक्षिण अफ्रीका के विकेटकीपर-बल्लेबाज क्विंटन डीकॉक (Quinton de Kock) ने गुरुवार को वेस्टइंडीज के खिलाफ आईसीसी पुरुष टी20 विश्व कप खेल से पहले घुटने नहीं टेकने के अपने कारण बताए। उन्होंने लोगों से माफी मांगी और आगे से घुटने टेकने का वादा किया। दरअसल, ब्लैक लाइफ मैटर्स मूवमेंट (Black Lives Matter) के तरह खिलाड़ी घुटनों के बल बैठ कर नस्लवाद के खिलाफ चल रहे अभियान का समर्थन करते हैं।
T20 World Cup-Cricket South Africa: क्रिकेट दक्षिण अफ्रीका ने गुरुवार को उनके बयान को ट्विटर पर शेयर किया। डीकॉक (Quinton de Kock) ने कहा, “मैं अपने साथियों और प्रशंसकों के घर वापस आने के लिए सॉरी कहकर शुरुआत करना चाहूंगा। मैं कभी भी इसे क्विंटन मुद्दा नहीं बनाना चाहता था। मैं नस्लवाद के खिलाफ खड़े होने के महत्व को समझता हूं, और मैं एक खिलाड़ियों के तौर हमारी जिम्मेदारी को भी समझता हूं।”
Black Lives Matter-Quinton de Kock controversy: डीकॉक ने कहा, “अगर मेरे घुटने टेकने से दूसरों को शिक्षित करने में मदद मिलती है और दूसरों के जीवन को बेहतर बनाता है, तो मुझे ऐसा करने में बहुत खुशी होगी। वेस्टइंडीज के खिलाफ मैच में नहीं खेलकर मेर मंशा किसी को अपमानित करने की नहीं थी। मुझे लोगों को दुखी करने का, उन्हें भ्रम में रखने का और गुस्सा दिलाने का गहरा खेद है।”
T20 World Cup-Cricket South Africa: घुटने नहीं टेकने के अपने कारणों के बारे में बताते हुए डीकॉक (Quinton de Kock) ने कहा, “मैं अब तक इस महत्वपूर्ण मुद्दे पर चुप था। लेकिन मुझे लगता है कि मुझे खुद को थोड़ा समझाना होगा।” जो नहीं जानते उन्हें मैं बता दूं कि मैं मिश्रित परिवार से आता हूं। मेरी सौतेली बहनें रंगीन हैं और मेरी सौतेली मां काली है। मेरे लिए मेरे जन्म के बाद से अश्वेत जीवन मायने रखता है। सिर्फ इसलिए नहीं कि एक अंतरराष्ट्रीय आंदोलन चल रहा था।”
Quinton de Kock statement ? pic.twitter.com/Vtje9yUCO6
— Cricket South Africa (@OfficialCSA) October 28, 2021
Black Lives Matter-Quinton de Kock controversy: डीकॉक ने कहा, “सभी लोगों के अधिकार और समानता किसी भी व्यक्ति की तुलना में अधिक महत्वपूर्ण है। मुझे यह समझने के लिए उठाया गया था कि हम सभी के अधिकार हैं और वे महत्वपूर्ण हैं। जिस तरह से हमें इस बारे में बताया गया था, उससे मुझे लगा कि मेरे अधिकार छीन लिए गए। मुझे बताया गया कि हमें क्या करना है?”
T20 World Cup-Cricket South Africa: वेस्टइंडीज के खिलाफ मैच से पहले क्रिकेट दक्षिण अफ्रीका ने अपने सभी खिलाड़ियों को आईसीसी पुरुष टी 20 विश्व कप मैच में घुटने टेकने के लिए कहा था। फिर क्विंटन डी कॉक ने विंडीज के खिलाफ मैच से बाहर होने का विकल्प चुना और एक घंटे बाद बोर्ड ने पुष्टि की कि विकेटकीपर ने घुटने टेकने से इनकार कर दिया था।
डीकॉक ने कहा, ‘‘जिस तरह से हमें बताया गया उससे मुझे ऐसा लगा जैसे मेरे अधिकार छीन लिए गए हैं। कल रात बोर्ड के साथ हमारी बातचीत बहुत भावनात्मक थी। मुझे लगता है कि हम सभी को उनके इरादों की बेहतर समझ है। काश यह जल्दी होता क्योंकि मैच के दिन जो कुछ हुआ उसे टाला जा सकता था। यह मेरी समझ से परे है कि एक इशारे (घुटने के बल बैठना) से मुझे क्यों साबित करना है जबकि मेरा सभी तरह के लोगों के साथ उठना बैठना है और मैं उन्हें प्यार करता हूं।’’
डिकॉक ने कहा कि वह इस घटनाक्रम के बाद की प्रतिक्रियाओं से बेहद आहत हैं। उन्होंने कहा, ‘‘जो मेरे साथ पले बढ़े और मेरे साथ खेले वे जानते हैं कि मैं किस तरह का इंसान हूं। मुझे क्रिकेटर के रूप में बहुत कुछ कहा जाता है। बेवकूफ। स्वार्थी। अपरिपक्व। लेकिन इनसे मुझे पीड़ा नहीं पहुंचती लेकिन गलतफहमी पैदा होने के कारण नस्लवादी कहे जाने से मुझे गहरा दुख हुआ। इससे मेरा परिवार आहत हुआ। इससे मेरी गर्भवती पत्नी को दुख पहुंचा है। मैं नस्लवादी नहीं हूं। यह मेरे दिल की आवाज है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘और जो मुझे जानते हैं कि वे जानते हैं कि मैं शब्दों का ताना बाना बुनने में माहिर नहीं हूं लेकिन मैंने यह समझाने की पूरी कोशिश की है कि मेरे कारण जो धारणा बनायी गयी उसके लिये मुझे वास्तव में खेद है।’’
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