TOKYO OLYMPICS: हॉकी खिलाड़ी लालरेमसियामी की मेहनत लाई रंग, कहा – पिता से ओलंपिक खेलने का किया था वादा

TOKYO OLYMPICS: हॉकी खिलाड़ी लालरेमसियामी की मेहनत लाई रंग, कहा – पिता से ओलंपिक खेलने का किया था वादा : ओलंपिक में…

TOKYO OLYMPICS: हॉकी खिलाड़ी लालरेमसियामी की मेहनत लाई रंग, कहा - पिता से ओलंपिक खेलने का किया था वादा
TOKYO OLYMPICS: हॉकी खिलाड़ी लालरेमसियामी की मेहनत लाई रंग, कहा - पिता से ओलंपिक खेलने का किया था वादा

TOKYO OLYMPICS: हॉकी खिलाड़ी लालरेमसियामी की मेहनत लाई रंग, कहा – पिता से ओलंपिक खेलने का किया था वादा : ओलंपिक में खेल पाना हर किसी के लिए मुमकिन नहीं हो पाता। लेकिन हॉकी (Hockey) की युवा खिलाड़ी लालरेमसियामी (Lalremsiami) को ये मौका मिल गया है। उन्होंने 16 सदस्यीय टीम में अपनी जगह बना ली है। मिजोरम की रहने वाली लालरेमसियामी (Lalremsiami) अपने इस मौके को अपने जीवन की सबसे बड़ी उपलब्धि मानती हैं। उन्होंने कहा है कि ये मेरे पिता का सपना था। मैंने उनसे वादा किया था कि मैं ओलंपिक में जरूर खेलूंगी। बता दें कि वह मिजोरम की पहली महिला खिलाड़ी बन गई हैं जो हॉकी (Hockey) टीम में ओलंपिक (Tokyo Olympics) खेलेंगी।

ये भी पढ़ें – श्रीलंका क्रिकेट (SLC) के अध्यक्ष ने किया ऐलान, भारतीय सीरीज से 12 मिलियन डॉलर की होगी रिकॉर्ड कमाई

लालरेमसियामी ने कहा कि “अपने घर के पास के एक मैदान में मैंने हॉकी खेलना शुरू किया था। एक दिन मेरे स्कूल के कोच ने मुझे खेलते हुए देख लिया और मुझे स्कूल की टीम में जगह दे दी। जब मैं 10 साल की थी, तब मैंने पहली बार इंटर स्कूल टूर्नामेंट में हिस्सा लिया था और बेस्ट हॉकी अवॉर्ड भी जीता था। इसके साथ ही मुझे 500 रुपये का भी इनाम मिला था। इस तरह से मुझे इस खेल से मोहब्बत हो गई थी।”

उन्होंने आगे कहा कि “मैंने अपने पांच साल की ट्रेनिंग थेनजोल में पूरी की। उसके बाद 2016 में मैं दिल्ली आ गई। जब मैं अपना घर छोड़ रही थी, मैंने अपने पिता से कहा था कि एक दिन मैं ओलंपिक में भारत का प्रतिनिधित्व करुंगी। मैंने अपने जीवन में काफी मुश्किल वक्त देखे हैं। मेरे घर की आय का एकमात्र श्रोत खेती था। लेकिन मेरे पापा ने मुझे बहुत सपोर्ट किया और मुझे मेरे सपने को प्राप्त करने के लिए काफी प्रोत्साहित किया।”

बता दें कि लालरेमसियामी के पिता की मौत पिछले साल हो गई। उस वक्त वो एचआईएच सीरीज में चिली के खिलाफ सेमीफाइनल खेल रही थी। उस मुकाबले में भारत ने जापान को 3-1 से हराया था।

Share This: