Copa America Final: Lionel Messi और Neymar को कोपा अमेरिका का सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी चुना गया- अर्जेन्टीना के लियोनल मेस्सी और ब्राजील के नेमार को फाइनल में भिड़ंत से पहले कोपा अमेरिका फुटबॉल टूर्नामेंट का सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी चुना गया. दक्षिण अमेरिकी फुटबॉल की संचालन संस्था कोनमेबोल ने बयान में कहा, ‘‘सिर्फ एक सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी चुनना संभव नहीं था क्योंकि इस टूर्नामेंट में दो ऐसे खिलाड़ी हैं।’’
मेसी ने छह मैचों में चार गोल दागने के अलावा पांच गोल करने में मदद की। नेमार ने पांच मैचों में दो गोल करने के अलावा तीन गोल करने में सहायता की। कोनमेबोल के तकनीकी अध्ययन समूह ने कहा कि खिलाड़ियों का अपनी टीमों पर सकारात्मक असर रहा और कोपा अमेरिका में ‘वे जितने भी मैच खेले उसमें दक्षिण अमेरिकी डीएनए का प्रतिबिंब’ थे।
अध्ययन समूह में कोलंबिया के फ्रेंसिस्को मातुराना और कार्लोस रेसट्रेपो, उरूग्वे के डेनियल बनालेस और गेरार्डो पेलुसो, अर्जेन्टीना के सर्जियो बतिस्ता और नेरी पंपिडो और ब्राजील के ओस्वाल्डो डि ओलिविएरा शामिल थे. अर्जेन्टीना की ओर से 2005 में पदार्पण के बाद से कप्तान मेसी का यह राष्ट्रीय टीम के साथ सर्वश्रेष्ठ टूर्नामेंट है, साथ ही वह मैदान पर कप्तान के रूप में काफी सहज भी दिखे.
दूसरी तरफ नेमार ने अपने ड्रिबल, पास और शॉट से ब्राजील की टीम में अहम भूमिका निभाई। मिडफील्डर लुकास पेक्वेटा के साथ उनकी शानदार पासिंग ने ब्राजील को मजबूती दी.
लियोनल मेसी की अर्जेन्टीना ने शनिवार को ब्राजील को 1-0 से हराकर कोपा अमेरिका फुटबॉल टूर्नामेंट जीत लिया जो राष्ट्रीय टीम का 28 साल में पहला बड़ा खिताब है, साथ ही यह सुपरस्टार फुटबॉलर मेस्सी का भी टीम के साथ पहला बड़ा अंतरराष्ट्रीय खिताब है.
Argentina vs Brazil- मैच खत्म होने के बाद मेस्सी की आंखों में आंसू थे. वह घुटने के बल बैठ गए और हाथों से अपने चेहरे को ढक लिया. इसके बाद टीम के अधिकतर साथी जश्न मनाने के लिए उनकी ओर दौड़े और उन्हें हवा में उछाल दिया. पुरस्कार वितरण समारोह के दौरान मेसी ने ट्रॉफी को चूमा और फिर हवा में उठा दिया.
Argentina vs Brazil- रियो दि जिनेरियो के मराकाना स्टेडियम में मैच का एकमात्र गोल 22वें मिनट में एंजेल डि मारिया ने दागा. रोड्रिगो डि पॉल ने मारिया की तरफ लंबा पास दिया. तैंतीस 33 साल के इस अनुभवी स्ट्राइकर ने लेफ्ट बैक रेना लोडी की खराब डिफेंडिंग का फायदा उठाते हुए गेंद को अपने कब्जे में लिया और गोलकीपर एडरसन को छकाते हुए अर्जेन्टीना को बढ़त दिला दी जो निर्णायक साबित हुई। अर्जेन्टीना ने इस तरह 1993 से चले आ रहे खिताब के सूखे को खत्म किया.