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‘नालायक ही ऐसा कर…’, नहीं थम रहा भज्जी का गुस्सा, कामरान अकमल की माफी के बाद भी बरसे

‘नालायक ही ऐसा कर…’, नहीं थम रहा भज्जी का गुस्सा, कामरान अकमल की माफी के बाद भी बरसे

Harbhajan Singh
सिखों पर विवादित टिप्पणी करने के मामले में कामरान अकमल के माफी मांगने के बाद भी हरभजन सिंह ने उन्हें नहीं बख्शा है।

अर्शदीप सिंह के ऊपर विवादित बयानबाजी करने वाले पाकिस्तान के पू्र्व क्रिकेटर कामरान अकमल अभी भी हरभजन सिंह के निशाने पर बने हुए हैं। काफी मांगने के बावजूद पूर्व भारतीय गेंदबाज की नाराजगी दूर होती नजर नहीं आ रही है। यहां तक कि हालिया बयान में भज्जी ने कामरान को ‘नालायक’ करार भी दे दिया है।

कामरान ने सिखों पर की थी विवादित टिप्पणी

भारत और पाकिस्तान मैच को लेकर एक टीवी डिबेट में कामरान अकमल ने अर्शदीप सिंह के बारे में बात करते हुए सिख धर्म पर विवादित टिप्पणी कर दी थी। कामरान ने कहा, “कुछ भी हो सकता है… 12 बज गए हैं। किसी सिख को नहीं देना चाहिए 12 बजे ओवर।”

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कामरान के इस बयान का वीडियो भज्जी ने खुद ट्वीट करते हुए नाराजगी जताई थी। इसके बाद पूर्व पाक क्रिकेटर ने सोशल मीडिया पर ट्वीट करते हुए माफी भी मांगी। लेकिन हालिया इंटरव्यू में हरभजन सिंह फिर से अकमल पर बरस पड़े।

एएनआई से बातचीत करते हुए हरभजन सिंह ने कहा, “बहुत ही बेतुका बयान और बहुत ही बचकानी हरकत और ऐसी हरकत जो एक नालायक ही कर सकता है। इसको मैं क्या कहूं, क्योंकि इनके जितना मुंह लगो उतना ही खुद को ये नीचे गिराएंगे। ये समझदार लोग नहीं हैं, जिनके बारे में हम बात करें। कामरान अकमल क्रिकेटर होने के नाते या इंसान होने के नाते उन्हें यह समझना चाहिए कि किसी भी कौम या धर्म के बारे में अपशब्द बोलने या मजाक उड़ाने की जरूरत नहीं है।”

भज्जी ने कहा कि , “पहले तो मैं कामरान अकमल से ये पूछना चाहूंगा कि तुम्हें सिखों का इतिहास भी पता है? सिख कौन होते हैं और सिखों ने क्या क्या काम किए हैं? आपकी कौम को बचाने के लिए। आपकी माताओं को बहन को और सबको बचाने के लिए। ये जो आप बोलते हो 12 बज जाएंगे, ये मजाक का मुद्दा नहीं है। ये उनसे पूछिए जो आपके पूर्वज थे कि 12 बजे सिख हमला बोलते थे उन मुगलों के ऊपर और आपकी माताओं और बहनों को बचाकर लाते थे। इसीलिए बकवास करनी बंद करें और अपने आप से काम रखिए। दोबारा टिप्पणी करने की कोशिश भी नहीं करें। माफी मांग ली अच्छी बात है, जल्दी समझ आ गई। लेकिन दोबारा किसी भी सिख या धर्म पर टिप्पणी करने की कोशिश नहीं करें।”

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