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Happy Birthday Yuzvendra Chahal: 31 साल के हुए युजवेंद्र चहल, आर्थिक हालात खराब होने पर चेस छोड़कर क्रिकेटर बने, जानिए 5 रोचक फैक्ट और रिकॉर्ड

Happy Birthday Yuzvendra Chahal: 31 साल के हुए युजवेंद्र चहल, आर्थिक हालात खराब होने पर चेस छोड़कर क्रिकेटर बने, जानिए 5 रोचक फैक्ट और रिकॉर्ड

Happy Birthday Yuzvendra Chahal: 31 साल के हुए युजवेंद्र चहल, जानिए 5 फेक्ट
Happy Birthday Yuzvendra Chahal: 31 साल के हुए युजवेंद्र चहल, आर्थिक हालात खराब होने पर चेस छोड़कर क्रिकेटर बने, जानिए 5 रोचक फेक्ट और रिकॉर्ड- टीम इंडिया के लेग स्पिनर युजवेंद्र चहल 23 जुलाई (शुक्रवार) को 31 साल के हो गए हैं। युजवेंद्र चहल ने करियर की शुरुआत काफी खराब दौर में की थी। वे […]

Happy Birthday Yuzvendra Chahal: 31 साल के हुए युजवेंद्र चहल, आर्थिक हालात खराब होने पर चेस छोड़कर क्रिकेटर बने, जानिए 5 रोचक फेक्ट और रिकॉर्ड- टीम इंडिया के लेग स्पिनर युजवेंद्र चहल 23 जुलाई (शुक्रवार) को 31 साल के हो गए हैं। युजवेंद्र चहल ने करियर की शुरुआत काफी खराब दौर में की थी। वे पहले चेस प्लेयर थे। आर्थिक हालात खराब होने के बाद उन्होंने क्रिकेट की ओर रुख किया था। आज वे टी-20 क्रिकेट में सबसे ज्यादा 62 विकेट लेने वाले भारतीय बॉलर हैं।

युजवेंद्र चहल का जन्म 1990 में हरियाणा के जिंद में हुआ था। उनके पिता का नाम केके चहल है, जो एक वकील हैं। युजवेंद्र चहल ने अब तक टीम इंडिया के लिए 56 वनडे और 48 टी-20 मैच खेले हैं। टेस्ट में उन्हें डेब्यू का मौका नहीं मिला।

1. वर्ल्ड यूथ चेस चैंपियनशिप खेल चुके
Happy Birthday Yuzvendra Chahal: युजवेंद्र चहल ग्रीस में हुई वर्ल्ड यूथ चेस चैंपियनशिप में भारत का प्रतिनिधित्व कर चुके हैं। वे अंडर-12 में चेस चैंपियन रहे हैं। चहल ने 2002 नेशनल चिल्ड्रन्स चेस चैंपियनशिप जीती थी। अंडर-12 कैटेगरी में चहल एशियन यूथ चेस चैंपियनशिप में भी देश का प्रतिनिधित्व कर चुके हैं। चहल वर्ल्ड चेस फेडरेशन के लिस्टेड प्लेयर भी हैं।

2. स्पॉन्सर नहीं मिलने पर चेस छोड़ दी
युजवेंद्र चहल अपना करियर चेस में ही बनाना चाहते थे। इसके लिए उन्हें करीब 50 लाख रुपए की जरूरत थी। युजवेंद्र चहल की आर्थिक स्थिति ज्यादा अच्छी नहीं थी। ऐसे में उन्होंने खुद के लिए स्पॉन्सर ढूंढा, लेकिन कोई नहीं मिला। ऐसी स्थिति में चहल ने चेस छोड़कर क्रिकेट को अपना लिया। युजवेंद्र चहल आज शौकिया तौर पर ही चेस खेलते हैं।

3. घरेलू क्रिकेट में चमके तो टीम इंडिया में मौका मिला
युजवेंद्र चहल सबसे पहले 2009 में लाइमलाइट में आए थे। तब उन्होंने घरेलू टूर्नामेंट अंडर-19 कूच बिहार ट्रॉफी में सबसे ज्यादा 34 विकेट लिए थे। 2009 युजवेंद्र चहल के क्रिकेट करियर का पहला साल था। इसके 6 साल बाद यानी 2016 में उन्हें जिम्बाब्वे दौरे के लिए टीम इंडिया में चुना गया। इस दौरान उन्होंने वनडे और टी-20 में डेब्यू किया। आज 5 साल बाद भी वे टेस्ट में डेब्यू का मौका तलाश रहे हैं।

4. एक टी-20 में 5 विकेट लेने वाले पहले लेग स्पिनर बने
युजवेंद्र चहल एक टी-20 मैच में 5 या उससे ज्यादा विकेट लेने वाले दुनिया के पहले लेग स्पिनर भी हैं। ओवरऑल पहले भारतीय बॉलर हैं। युजवेंद्र चहल ने यह उपलब्धि 1 फरवरी 2017 को इंग्लैंड के खिलाफ मैच में हासिल की थी। तब चहल ने 25 रन देकर 6 विकेट लिए थे।

5. बतौर कन्कसन सब्सिटिट्यूट पहले मैन ऑफ द मैच बने
युजवेंद्र चहल इंटरनेशनल क्रिकेट में पहले खिलाड़ी हैं, जो बतौर कन्कसन सब्सिटिट्यूट पहले मैन ऑफ द मैच बने। यह वाकया 2020 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टी-20 मैच में हुआ था। तब रविंद्र जडेजा के चोटिल होने के बाद चहल को बतौर कन्कसन सब्सिटिट्यूट टीम में शामिल किया गया था।

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