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Yo-Yo Test Cricket: “फिटनेस एक व्यक्तिगत चीज़ होती है”, पूर्व भारतीय क्रिकेटर सुनील गावस्कर ने यो-यो टेस्ट को लेकर दिया बड़ा बयान-Check Out

Yo-Yo Test Cricket: “फिटनेस एक व्यक्तिगत चीज़ होती है”, पूर्व भारतीय क्रिकेटर सुनील गावस्कर ने यो-यो टेस्ट को लेकर दिया बड़ा बयान-Check Out

Yo-Yo Test Cricket: “फिटनेस एक व्यक्तिगत चीज़ होती है”, पूर्व भारतीय क्रिकेटर सुनील गावस्कर ने यो-यो टेस्ट को लेकर दिया बड़ा बयान-Check Out
Yo-Yo Test Cricket: भारतीय क्रिकेट कंट्रोल  बोर्ड (Indian Cricket Control Board) ने हाल ही में एक बार फिर यो-यो टेस्ट (Yo-Yo Test Levels) को पैरामीटर के रूप में शुरू किया है। यह अभी एक परीक्षण के रूप में लाया गया है जिसको दानिस स्पोर्ट्स के वेज्ञानिक डॉ जेन्स बंग्सबो ने डीजाइन किया है। वहीं स्टार […]

Yo-Yo Test Cricket: भारतीय क्रिकेट कंट्रोल  बोर्ड (Indian Cricket Control Board) ने हाल ही में एक बार फिर यो-यो टेस्ट (Yo-Yo Test Levels) को पैरामीटर के रूप में शुरू किया है। यह अभी एक परीक्षण के रूप में लाया गया है जिसको दानिस स्पोर्ट्स के वेज्ञानिक डॉ जेन्स बंग्सबो ने डीजाइन किया है। वहीं स्टार बल्लेबाज विराट कोहली (Virat Kohli), हार्दिक पांड्या (Hardik Pandya) और मनीष पांडे (Manish Pandey) ने अपनी फिटनेस टेस्ट क्रिकेट में टॉप स्कोर (Yo-Yo Test Scores) हासिल किया है। चलिए जानते है कि पूर्व क्रिकेटर सुनील गावस्कर (Sunil Gavaskar) ने यो-यो टेस्ट (Yo-Yo Test in Cricket) को लेकर क्या कहा है। क्रिकेट की खबरों के लिए Hindi.InsideSport.In को फॉलो करें।

आपको बता दें कि यह साल 2016 में सबके लिए जारी किया गया था लेकिन महामारी कोविड-19 के बाद से बंद कर दिया गया था और अब बीसीसीआई ने भारतीय खिलाड़ियों की फिटनेस पर नज़र रखने के लिए डेक्सा स्कैन के साथ एक बार फिर इसे शुरू किया है।

सुनील गावस्कर ने अपने कॉलम में यो-यो टेस्ट को लेकर कहा कि “मैं स्कूल के वक्त से क्रिकेट खेल रहा हूं, तब से ही मैं शिन स्प्लिट को देख रहा हूं। जहां मैदान पर चक्कर लगाने से पिंडली के आसपास की मांसपेशियां जकड़ने लगती है और खिलाड़ी को चलते फिरने में काफी दर्द भी होता है। मैंने उनसे कहा कि अगर आप ज्यादा दौड़ने वाले को देख रहे है तो आप मुझे ड्रॉप कर दें”।

उन्होंने आगे कहा कि “फिटनेस एक व्यक्तिगत चीज होती है और आप इससे सभी खिलाड़ियों को नहीं देख सकते है। जैसे एक तेज गेंदबाज को स्पिन गेंदबाज की तुलना में एक अलग स्तर की जरूरत होती है। वहीं विकेटकीपर को एक अगल तरह के खिलाड़ी के रूप में देखा जाता है। हालांकि क्रिकेट फिटनेस पर ही ज्यादा ध्यान देना चाहिए”।

गौरतलब है कि साल 2018 में पूर्व भारतीय कप्तान कपिल देव ने कहा था कि “सुनिल गावस्कर ने 15 मिनट से ज्यादा दौड़ नहीं लगाई होगी, लेकिन वो तीन दिन तक मैदान पर बल्लेबाजी कर सकते थे। इसके अलावा वीवीएस लक्ष्मण, सौरव गांगुली और अनिल कुंबले जैसे खिलाड़ियों ने यो-यो टेस्ट पास किया हो या नहीं, लेकिन उन सबने भारत के लिए शानदार प्रदर्शन किय़ा है। वहीं इसी तरह से हर खिलाड़ी तरह तरह से फिटनेस को लेकर अपना जवाब दे सकता है”।

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