Cricket
Avesh Khan Father Interview: टी-20 वर्ल्ड कप में बेटे का बतौर नेट बॉलर सिलेक्शन होना डिमोशन मानते हैं आवेश के पिता, टेस्ट मैच खेलते देखना चाहते हैं

Avesh Khan Father Interview: टी-20 वर्ल्ड कप में बेटे का बतौर नेट बॉलर सिलेक्शन होना डिमोशन मानते हैं आवेश के पिता, टेस्ट मैच खेलते देखना चाहते हैं

Avesh Khan Father Interview: T20 World Cup 2021 में बेटे का बतौर नेट बॉलर Team India में सिलेक्शन डिमोशन मानते हैं आवेश के पिता, Venkatesh Iyer
Avesh Khan Father Interview-आईपीएल 2021 में दिल्ली कैपिटल्स को फाइनल तक पहुंचाने वाले तेज गेंदबाज आवेश खान ने अपनी बॉलिंग से कई दिग्गजों का ध्यान खींचा है। टी-20 वर्ल्ड कप (T20 World Cup 2021) के लिए भी आवेश का बतौर नेट बॉलर टीम इंडिया (Team India) में सिलेक्शन किया गया। हालांकि, इस बात से आवेश […]

Avesh Khan Father Interview-आईपीएल 2021 में दिल्ली कैपिटल्स को फाइनल तक पहुंचाने वाले तेज गेंदबाज आवेश खान ने अपनी बॉलिंग से कई दिग्गजों का ध्यान खींचा है। टी-20 वर्ल्ड कप (T20 World Cup 2021) के लिए भी आवेश का बतौर नेट बॉलर टीम इंडिया (Team India) में सिलेक्शन किया गया। हालांकि, इस बात से आवेश के पिता आशिक खान (Ashique Khan) और उनका परिवार बिल्कुल भी खुश नहीं हैं। आवेश के पिता इसे प्रमोशन नहीं बल्कि डिमोशन समझते हैं। यह बात उन्होंने Insidesport से बातचीत में कही। इस दौरान वेंकटेश अय्यर (Venkatesh Iyer) को लेकर भी बात की। खेल की ताजा खबरों के लिए पढ़ते रहिए hindi.insidesport.in

आवेश मध्य प्रदेश के इंदौर शहर के रहने वाले हैं। उनके पिता (Ashique Khan) की पान की दुकान है। वे अपने बेटे आवेश को टेस्ट मैच खेलते देखना चाहते हैं। आवेश को अब तक टीम इंडिया (Team India) के लिए कोई मैच खेलने का मौका नहीं मिला सका। उन्होंने आईपीएल में 25 मैच खेले, जिसमें 29 विकेट झटके।

पढ़िए आशिक खान (Ashique Khan) से Insidesport की पूरी बातचीत:

टी-20 वर्ल्ड कप (T20 World Cup 2021) में आवेश खान का बतौर नेट बॉलर सिलेक्शन हुआ, इस पर कितनी खुशी हुई?
जवाब- इसमें खुश क्या होना है? नेट बॉलर के तौर पर तो वह 3-4 साल से टीम के साथ बना हुआ है। कोई नई चीज होती तब खुशी होती है। यह कोई नई बात नहीं है। वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप में उसका स्टैंडबाई के तौर पर सिलेक्शन हुआ था। ऐसे में वापस नेट बॉलर के तौर पर सिलेक्शन होना, यह कोई प्रमोशन नहीं, बल्कि एक तरह से डिमोशन है। हमें उम्मीद थी कि उनका मुख्य टीम में चयन होगा कम से कम स्टैंडबाई में तो जगह बनती थी।

एक सीजन में धोनी, रोहित और विराट को आउट किया। इस बड़ी उपलब्धि पर क्या कहेंगे?
जवाब- खुशी तो होती है। अब तक उसने जितने विकेट लिए हैं, सभी टॉप ऑर्डर बल्लेबाज ही रहे हैं। निचले क्रम के बल्लेबाजों के विकेट उसने बहुत कम लिए हैं। इससे पहले आईपीएल में उन्हें इतने चांस नहीं मिले थे, लेकिन इस बार उसे मौका मिला और उसने इसे अच्छी तरह से भुनाया है। खिलाड़ियों को अपनी प्रतिभा दिखाने का आईपीएल ही एक अच्छा प्लेटफॉर्म है। मुझे उम्मीद थी कि यह टेस्ट मैच तो खेल ही लेगा। इतनी जल्दी टी-20 में जगह बनाने का मुझे विश्वास नहीं था। मैं पहले उसे टेस्ट खेलते देखना चाहता हूं।

अभी आपकी आवेश खान से दिन में कितनी बार बात होती है? क्या कहते हैं? बतौर खिलाड़ी सिलेक्शन से खुश हैं या नहीं?
जवाब- दिन में 5-6 बार बात हो जाती है। वो जब भी कहीं जाने के लिए बस में बैठता है, तो सबसे पहले मां को या मुझे फोन करता है। मैच के पहले और बाद में और सोने से पहले हर रोज बात करता है। हां, बस खुशी इतनी है कि वर्ल्ड कप (T20 World Cup 2021) में नेट बॉलर होने का ठप्पा लग गया है। लेकिन हमारी असली खुशी इसमें होगी कि वह टीम इंडिया (Team India) के लिए खेले। वो 3 साल से टीम के साथ बतौर नेट बॉलर तो जा ही रहा है। टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल के दौरान भी स्टैंड बाई में सिलेक्शन हुआ था, तब मैच से पहले प्रैक्टिस में चोटिल हो गए थे। तब भी हमें यह पूरी उम्मीद थी कि उसे मैच में खिलाया जाएगा।

वेंकटेश अय्यर भी इंदौर के ही हैं। क्या उनसे भी परिचय है क्या आवेश खान का?
जवाब- वेंकटेश और आवेश खान पक्के दोस्त हैं। मैंने कहीं पढ़ा या सुना था कि किसी जगह आवेश से पूछा गया था कि आपका बेस्ट फ्रेंड कौन है, तब उसने वेंकटेश का ही नाम लिया था। हम दोनों का घर भी ज्यादा दूर नहीं है। हम दोनों परिवार पास ही रहते हैं। दोनों सालों से एमपी की टीम में खेल रहे हैं। रजत पाटीदार भी यहीं के रहने वाले हैं। यह तीनों ही अच्छे दोस्त हैं।

आईपीएल 2021 के एक मैच में महेंद्र सिंह धोनी को पवेलियन भेजा।

आवेश खान का क्रिकेट में किस तरह से आना हुआ?
जवाब-  मेरा मानना है कि कोई भी आदमी यह सोचकर नहीं खेलता है कि उसे इंटरनेशनल मैच खेलना है। यह बचपन में प्लास्टिक की बॉल से खेलते थे। फिर टेनिस की बॉल से खेलना शुरू किया। मुझे भी क्रिकेट का बहुत शौक था। 1983 वर्ल्ड कप के जश्न के जुलूस में इंदौर में मैं भी शामिल हुआ था। यही जुनून बच्चे में आया होगा। मैंने बचपन में आवेश को सिर्फ टाइम पास के लिए क्रिकेट खेलने की अनुमति दी थी। उसने मुझसे इच्छा जताई तो उसका एडमिशन इंदौर कोर्स क्लब में करवा दिया था। एमपीसीए का हेडक्वार्टर इंदौर में ही है।

इंदौर कोर्स में एक अमरदीप पठानिया थे, वे आवेश खान के पहले कोच थे। वे अंपायर भी थे। इसी दौरान एमपीसीए ने एक एकेडमी खोलने की प्लानिंग की थी। उसकी जिम्मेदारी अमय खुरासिया सर को सौंपी। उसी दौरान प्रदेश के सभी बच्चों का ट्रायल लिया गया। इसमें आवेश का सिलेक्शन हो गया था। इसका प्रदर्शन देखते हुए सन 2011 में खुरासिया सर ने कहा था कि मेरा सपना है कि तू इंडिया (Team India) खेले। तब हमने खुरासिया सर का सपना सच होने की दुआ की थी।

आवेश खान का आईपीएल में सिलेक्शन किस तरह हुआ?
जवाब- उन्होंने 2014 में अंडर-19 वर्ल्ड कप खेला था। तब विजय जोल कप्तान थे। दीपक हुड्डा और सरफराज खान जैसे खिलाड़ी साथ खेले थे। उस टूर्नामेंट के दूसरे मैच में ही यह चोटिल हो गया था और बाकी मैच नहीं खेल पाया। इसके बाद 2016 अंडर-19 वर्ल्ड कप खेला और तब सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले भारत के गेंदबाज बने। यहां से हमें लगा था कि आईपीएल में उन्हें कोई न कोई टीम तो खरीद लेगी, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। तब इनके साथ ऋषभ पंत, ईशान किशन और खलील अहमद भी साथ थे। पंत के साथ आवेश की पक्की दोस्ती है। आईपीएल नीलामी में नहीं बिकने पर मुझे लगता था कि आवेश की गेंदबाजी टी-20 के लायक नहीं, बल्कि टेस्ट के लायक है। तब मैंने आवेश से साफ कह दिया था कि तुम पहले टेस्ट खेलोगे क्योंकि तुम्हारी गेंदबाजी टी-20 के लायक नहीं है।

ये भी पढ़ें- T20 World Cup 2021: बायो-बबल से परेशान Mahela Jayawardene ने छोड़ा श्रीलंका टीम का साथ, बोले- अपनी बेटी को 135 दिनों से नहीं देखा

70 लाख रुपए में बिकने के बाद पहली बाइक दिलाई
जवाब- 2017 सीजन में रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर टीम की बॉलिंग फ्लॉप रही थी। उनका सेमीफाइनल में पहुंचना तय था, लेकिन हर्षल पटेल और बाकी बॉलर फ्लॉप रहे थे। तब शायद उनकी टीम के बॉलिंग कोच भरत अरुण रहे थे। उस समय सरफराज खान ने उन्हें सुझाव दिया था कि टीम की बॉलिंग लाइनअप में आवेश खान को शामिल कर लेना चाहिए। तब उनकी सलाह पर गौर करते हुए आवेश को आरसीबी में मौका मिला था। तब 10 लाख रुपए बेस प्राइज ही मिली थी। 2018 में मेगा ऑक्शन हुई थी। तब दिल्ली कैपिटल्स ने आवेश को 70 लाख रुपए में खरीदा था। उस समय बड़ी मुश्किल से मैंने एक बाइक दिलाई थी। वरना आवेश को खाने-पीने, घूमने और पहनने से लेकर किसी बात का कोई शौक नहीं है।

Avesh Khan Father Interview: टी-20 वर्ल्ड कप में बेटे का बतौर नेट बॉलर सिलेक्शन होना डिमोशन मानते हैं आवेश के पिता, टेस्ट मैच खेलते देखना चाहते हैं

खेल की ताजा खबरों के लिए पढ़ते रहिए hindi.insidesport.in

Editors pick